बीते दिन उत्तरकाशी के धराली गांव में आयी भयानक आपदा ने यहां पर सब कुछ तहस – नहस करके रख दिया है। धराली में अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, तो वहीं 70 से ज्यादा लोगों के लापता होने की सूचना है। हालांकि उत्तरकाशी में जगह- जगह रास्ते बंद होने के कारण आंकड़ों का सटीक अनुमान नहीं लगाया जा रहा है, और न ही कोई ज्यादा सूचना मिल पा रही है।

स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

इस बीच अब चिकित्सा सेवाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। विभाग ने डॉक्टरों की छुट्टी रद्द करने के साथ ही विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम आपदा प्रभावित क्षेत्र के लिए रवाना कर दी है। आपदा में घायलों के इलाज के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज दून व एम्स ऋषिकेश में बेड आरक्षित किए गए। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने आपदा की गंभीरता को देखते हुए विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम तत्काल धराली क्षेत्र के लिए रवाना की गई।

मरीजों के इलाज के लिए बेड आरक्षित के निर्देश

इसमें सर्जन, निश्चेतक, फिजिशियन और आर्थोपेडिक सर्जन शामिल हैं। स्वास्थ्य निदेशक गढ़वाल के निदेशक को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया। सचिव स्वास्थ्य ने बताया आपदा प्रबंधन के तहत राज्य के सभी प्रमुख चिकित्सालयों को निर्देश दिए गए हैं कि गंभीर रूप से घायल मरीजों के इलाज के लिए बेड आरक्षित रखें। साथ ही, सभी चिकित्सा अधिकारियों और कर्मचारियों के अवकाश पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है, जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती।

108 एंबुलेंस सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया

यह सुनिश्चित किया गया है कि अस्पतालों में दवाओं, सर्जिकल सामग्री और चिकित्सा उपकरणों की कोई कमी न रहे। 108 एंबुलेंस सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है। उत्तरकाशी जिले में चौबीस घंटे आपात नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।