उत्तराखंड में पंचायत चुनावों को लेकर पंचायतीराज विभाग ने अब त्रिस्तरीय पंचायतों की पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हरिद्वार को छोड़कर प्रदेश के अन्य सभी 12 जिलों में ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन 9 सितंबर तक जबकि क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत का पुनर्गठन 25 सितंबर तक पूरा किया जाएगा। प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायतों का कार्यकाल इसी साल के अंत तक समाप्त हो रहा है। हर बार चुनाव से पहले राज्य सरकार पंचायतों का पुनर्गठन करती है।सचिव पंचायतीराज चंद्रेश कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए है।प्रक्रिया प्रारंभ करने के निर्देश दिए। आदेश के अनुसार पंचायतों का पुनर्गठन 2011 की जनगणना के आधार पर किया जाएगा।
इसमें पहाड़ में एक पंचायत के लिए सामान्य तौर पर न्यूनतम 500 और अधिकतम दो हजार की आबादी को मानक बनाया जाएगा। वहीं, मैदान में न्यूनतम एक हजार और अधिकतम दस हजार की आबादी को मानक बनाया जाएगा। ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन की प्रक्रिया 29 जुलाई से प्रारंभ होगी। 13 अगस्त तक पंचायतों के परिसीमन का प्रारंभिक प्रकाशन होगा। 17 अगस्त तक दावे और आपत्तियों का निस्तारण कर 9 सितंबर तक अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। इसी तरह क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायतों की परिसीमन की प्रक्रिया 13 सितंबर से प्रारंभ होगी। इसके बाद 18 सितंबर को प्रारंभिक प्रकाशन के बाद, 23 सितंबर तक दावे-आपत्तियों का निस्तारण करते हुए 25 सितंबर तक अंतिम प्रकाशन कर दिया जाएगा।