Uttarakhand : उत्तराखंड में फूल संक्रांति / फूलदेई पर्व को लेकर बड़ा आदेश जारी हुआ है, अब फूलदेई लोकपर्व को प्रतिवर्ष ‘बालपर्व’ के रूप में मनाये जाने का निर्णय लिया गया है।

सचिव हरिचन्द्र सेमवाल की ओर से जारी आदेश में बताया गया कि, उत्तराखण्ड राज्य में प्रतिवर्ष फाल्गुन/चैत्र माह में मनाये जाने वाला फूलदेई पर्व / फूल संक्रांति का त्यौहार पूरे विश्व में एक अनूठा लोकपर्व है।

Uttarakhand : नई उमंग एवं नई उम्मीद लेकर आता है फूलदेई

राज्य के पहाड़ी जिलों में बसंत ऋतु के समय मनाये जाने वाले फूल संक्रांति / फूलदेई पर्व जीवन में एक नई उमंग एवं नई उम्मीद लेकर आता है। फूल संक्रांति/फूलदेई जैसे पारम्परिक त्यौहार न केवल आज की पीढ़ी को प्रकृति के सन्निकट ले जाते है बल्कि प्रकृति के विभिन्न रंगों से भी उन्हें परिचित कराते हैं।

उक्त लोकपर्व की पारम्परिक महत्ता के दृष्टिगत सम्यक् विचारोपरान्त फूलदेई लोकपर्व को प्रतिवर्ष ‘बालपर्व‘ के रूप में मनाये जाने का निर्णय लिया गया है। फूल संक्रांति / फूलदेई के अवसर पर प्रतिवर्ष समस्त जिलों के विद्यालयों में बालपर्व के रूप में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायें।

Uttarakhand : नीचे देखें आदेश

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