पूनम चौधरी शंखनाद इंडिया देहरादून:

उत्तराखंड राज्य में मानसूनी बारिश कहर बरपा रही है। कहीं जगह-जगह पहाड़ दरक रहे हैं। तो कहीं सैकड़ों सड़कें बंद होने की खबरे सामने आ रही हैं, कई जगह तो हालात इस कदर बिगड़े हुए हैं कि लोगों को जान बचाने के लिए गुफाओं की शरण लेनी पड़ रही है। इस बार मौसम ने सीमांत जिले पिथौरागढ़ में फिर तबाही मचाई है।

पिथौरागढ़ में बरपा कुदरत का कहर

आपको बता दें कि धारचूला तहसील के सोबला में बादल फटने की घटना हुई है। बादल फटने से बीआरओ का बैली ब्रिज बह गया। पानी से तेज प्रवाह से सोबला का भेटी नाला पूरी तरह उफान पर है। नदी का रौद्र रूप देखकर आसपास रहने वाले लोग काफी हद तक डरे-सहमें बताए जा रहे हैं। यहां धौलीगंगा के साथ ही काली नदी का जल स्तर भी बढ़ गया है। तवाघाट-सोबला रोड कई जगह बंद है। जिस वजह से कई ग्रामीण क्षेत्रों का मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। यातायात व्यवस्था ठप है।

कई जगह बिजली-पानी की सप्लाई प्रभावित 

लोग लगातार राहत मिलने का इंतजार कर रहे हैं, परंतु मौसम राहत देता नहीं दिख रहा। पहाड़ में जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं। प्रदेश में बीते 24 घंटों में हुई भारी बारिश के बाद सड़कों पर मलबा और बोल्डर आने से दो नेशनल हाईवे समेत कुल 262 सड़कें बंद हो गईं। इसमें 21 स्टेट हाईवे, 12 मुख्य जिला मार्ग, 11 अन्य जिला मार्ग, 86 ग्रामीण सड़कें और 130 पीएमजीएसवाई की सड़कें हैं। सड़कों को खोलने का काम जारी है। मौसम विभाग ने रविवार को भी प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी का येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी और मैदानी क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।