देहरादून,शंखनाद INDIA/

अब उत्तराखंड के बच्चे भी साइंस में अपनी एक खास भूमिका निभाएंगे, जी हां उत्तराखंड के 5 जिलों में यह शुरुवात हो गयी हैं। जहाँ विज्ञान के क्षेत्र में असीमित संभावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार उत्तराखंड के सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए एक अनोखी पहल की शुरुआत करने जा रही है। राज्य सरकार का यह प्रयास है कि राज्य के सरकारी स्कूलों के बच्चों के अंदर विज्ञानी सोच विकसित हो और इसी के साथ उनको नवीनतम तकनीकों से भी अवगत कराया जाए ताकि बच्चे भी विज्ञान के क्षेत्र में अपना करियर बना सकें और भविष्य में तरक्की कर सकें। बस इसी क्रम में शिक्षा विभाग ने समग्र शिक्षा अभियान के तहत अमेरिकन इंडिया फाऊंडेशन के साथ मिलकर उत्तराखंड के सरकारी विद्यालयों में आठवीं और नौवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों को ड्रोन और सेटेलाइट बनाने और उड़ाने सिखाने की एक शानदार और सराहनीय पहल की है। उत्तराखंड के आठवीं और नौवीं स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की विज्ञानी सोच को विकसित करने के लिए शिक्षा विभाग ने यह अनोखी शुरुआत की है। इससे ना केवल बच्चों के अंदर साइंस को लेकर इंटरेस्ट जागृत होगा बल्कि भी भविष्य में वे आसमान में सफलता के पंख फैलाकर तरक्की की उड़ान भर सकते हैं। बता दें कि बच्चों को छोटी सेटेलाइट बनाना और उसको लॉन्च करना भी सिखाया जाएगा। हर खबर पर हैं शंखनाद न्यूज़ पर..

जानते हैं वह 5 जिले कोनसे हैं ….

देहरादून
हरिद्वार
अल्मोड़ा
पौड़ी
उधम सिंह नगर

जानकारी के लिए बता दे, इसमें 130 छात्रों का चयन किया गया हैं, छात्रों का चयन एक टेस्ट के आधार पर हुआ। छात्रों का चयन परीक्षा और उनकी जिज्ञासा के आधार पर हुआ और जो छात्र इस कार्यक्रम में शामिल होना चाहते थे उनको फाउंडेशन ने अंतरिक्ष विज्ञान, सेटेलाइट ड्रोन समेत अन्य विषयों की पढ़ाई कराई गई और इसके बाद एक ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन हुआ जिसके बाद हर स्कूल से एक एक छात्र का चयन किया गया। आपको बता दें कि देहरादून से 26, हरिद्वार से 14, अल्मोड़ा पौड़ी और उधम सिंह नगर से 30-30 बच्चों का चयन किया गया है। अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन की ओर से साइंस टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग कार्यक्रम के तहत चयनित बच्चों को आधुनिक शिक्षा दी जा रही है और इसमें आठवीं एवं नवीं कक्षा के बच्चों को ड्रोन एवं मिनीसैटलाइट बनाने और उसके इस्तेमाल का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। इसके अलावा बच्चों को कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करवाई जा है। संस्था ने चयनित छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई के साथ ही ड्रोन एवं मिनीसैटलाइट के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियां भी देना शुरू कर दिया है।