UKSSSC पेपर लीक में मामले में उत्तराखंड एसटीएफ ने दो और महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां की हैं. पुलिस ने पहले लखनऊ से आरआईएमएस कंपनी के मालिक राजेश चौहान को गिरफ्तार कर लिया है. ये एसटीएफ द्वारा UKSSSC पेपर लीक में मामले में 25वीं गिरफ्तारी थी. इसके बाद उत्तर प्रदेश के ही बाराबंकी से प्रदीप पाल को भी गिरफ्तार किया है.एसटीएफ ने पुलिस मुख्यालय से प्राप्त जांच के क्रम में सचिवालय रक्षक भर्ती मामले में थाना रायपुर में मुकदमा दर्ज कराया था.

एसटीएफ की टेक्निकल टीम द्वारा आयोग में गहन जांच के बाद यूकेएसएसएससी पेपर लीक में इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस को पाने में सफलता प्राप्त की है. आरोपी प्रदीप पाल निवासी बाराबंकी उत्तर प्रदेश को साक्ष्य व गहन पूछताछ के बाद एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है.प्रदीप पाल भी RIMS कंपनी का कर्मचारी था. वह आयोग में लंबे समय से कार्यरत था. जिसके द्वारा ही पेन ड्राइव के माध्यम से प्रश्न पत्र चुराया गया और अन्य साथियों की मदद से परीक्षार्थियों को लाखों रुपए में बेचा गया था.

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में मुख्य अभियुक्त केंद्र पाल निवासी धामपुर गिरफ्तार अब तक कुल 24 वीं गिरफ्तारी  उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग द्वारा वीडियो/वीपीडीओ भर्ती परीक्षा परिणाम में प्रश्नपत्र लीक मामले में की जा रही विवेचना के क्रम में एसटीएफ टीम द्वारा पूर्व में कुल 23 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है

एसटीएफ टीम द्वारा संकलित साक्ष्यों के आधार पर मुख्य अभियुक्त
केंद्रपाल पुत्र भीम सिंह निवासी टीचर कॉलोनी धामपुर को आज शाम पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया पूछताछ के दौरान जानकारी प्राप्त हुई है अभियुक्त केंद्रपाल वर्ष 1996 में टेंपो चलाता था एवं उसके बाद कुछ वर्षों तक रेडीमेड दुकान पर काम किया एवं उसके बाद कपड़ों की सप्लाई का काम किया

केंद्रपाल ने उक्त अपराध से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की

करीब 12 बीघा जमीन धामपुर में ली

धामपुर में एक आलीशान मकान

सांकरी में हाकम सिंह के साथ रीजोर्ट में पार्टनरशिप

अभियुक्त के द्वारा कई अन्य संपत्तियां भी जोड़ी गई है जिन की जानकारी की जा रही है