पंचायत चुनाव

उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां दमखम से तैयारियों में जुटी हुई हैं। 28 जून को पंचायत चुनाव को लेकर जारी संशोधित अधिसूचना के अनुसार, 2 से 5 जुलाई तक नामांकन की प्रक्रिया चली। इसके बाद नामांकन पत्रों की जांच और फिर 10 और 11 जुलाई को नाम वापसी की प्रक्रिया संपन्न हो गई है। नाम वापसी के दौरान 5,019 प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस लिया है, इसके साथ ही प्रदेश के 12 जिलों में हो रहे पंचायत चुनाव में अब  1,361 प्रधान समेत 22,429 प्रत्याशी निर्विरोध चुन लिए गए हैं। अब मैदान में 32,580 प्रत्याशी चुनाव मैदान में रह गए हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राहुल कुमार गोयल ने बताया कि पंचायत चुनाव के विभिन्न पदों पर 60028 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। इनमें से 11,082 पदों के लिए अब 32,580 प्रत्याशी मैदान में बचे हैं।

आठ उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित

पहले चरण में 17,829 और दूसरे चरण में 14,751 प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटियों में कैद होगा। जिला पंचायत सदस्य के लिए आठ उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। बाकी 350 पदों पर 1,587 प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। क्षेत्र पंचायत सदस्य के 240 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। बाकी 2,732 पदों पर 9,194 उम्मीदवार मैदान में हैं। प्रधान ग्राम पंचायत के 1,361 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं।

चुनाव पारदर्शिता व निष्पक्ष रूप से कराने के लिए प्रतिबद्ध आयोग

अब 6,119 पदों के लिए 17,564 उम्मीदवार दम दिखा रहे हैं। सदस्य ग्राम पंचायत के 20,820 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं। अब 1,881 पदों के लिए 4,235 उम्मीदवार मैदान में हैं। सचिव गोयल के मुताबिक, आयोग त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पारदर्शिता व निष्पक्ष रूप से कराने के लिए प्रतिबद्ध है।