शंखनाद INDIA/पौड़ी गढ़वाल-: गाँव में सड़क लाने के लिए हमारे बुजुर्गों अपने सभी तरह के प्रयास किए ! पिछले 20 सालों में सभी सरकारी विभागों और नेताओं से विनती प्रार्थना भी कि लेकिन हमेशा निराशा और झूठा आश्वासन ही मिला ! सड़क ना होने के कारण गर्भवती महिलाओं , बीमार बुजुर्गों और नौजवानों को भी अत्यधिक कष्ट सहना पड़ता था और समय समय पर गाँव वासियों ने इसका आभास सरकारी विभागों और नेताओं को भी करवाया था !! हमारे बुजुर्गों के सरकारी विभागों के चक्कर काटते काटते चप्पल घिस गए थे जिससे हमें ये पता चल गया था कि गाँव में सड़क सरकार द्वारा नहीं आने कि ! एक समय ऐसा आया कि सभी सरकारी विभागों से विश्वास उठ गया और फिर गाँव के सभी सदस्यों ने खुद से ही कुछ कर दिखाने का फैसला किया
हमारे गाँव के कुछ युवकों ने पहले एक WHATSAPP ग्रुप बनाया जिसमें गाँव के हित के लिए विचार विमर्श चलता रहता था !
कोरोना की वजह से लॉक डाउन के चलते सब युवकों ने मिल के सोचा की समय का सदुउपयोग किया जाये !! ऐसे में बिदुल गाँव युवा संगठन के सभी युवकों ने कांफ्रेंस कॉल में ही एकमत हो के फैसला किया कि गाँव में सड़क निर्माण खुद करेंगे, युवा संगठन के सदस्यों का बहुत ही आभार है जिन्होंने इस कार्य के लिए धन राशि के साथ साथ अपना बहुत सा समय दिया गाँव के परिवारों को समझाया मनाया कि उनके खेत काटे जायेंगे और बदले में कोई आर्थिक राशि नहीं मिलेगी लेकिन स्वालम्बी होने का गर्व मिलेगा !
युवा संगठन के सदस्यों के नाम इस प्रकार हैं ( हिम्म्मत सिंह नेगी , प्रधान जी नंदन सिंह नेगी , राम सिंह नेगी जी, फौजी पवन सिंह नेगी , लक्ष्मण सिंह नेगी , सूरज सिंह नेगी , अरविन्द सिंह नेगी , विकास नेगी और सभी युवा संगठन के सदस्य )
सभी युवकों ने गाँव के प्रत्येक परिवार को सूचित किया कम से कम रू 5000 कि एक मुश्त रकम तय कि गयी लेकिन जो परिवार देने में असमर्थ थे उनसे किसी प्रकार कि जोर जबरदस्ती नहीं थी प्रवासी परिवार के कुछ सदस्यों ने रू 10000 कि रकम दी यहाँ तक कि गाँव के ही रिटायर बुजुर्गों ने अपने एक माह कि पेंशन इस कार्य के लिए दान दी ! फिर एक इंजीनियर को बुला कर के सर्वे कराया और चिन्हित किया गया कि कहाँ कहाँ से सड़क आएगी ! इस कार्य में गाँव के प्रधान और गाँव के प्रत्येक परिवार जो गाँव में रहते हैं और जो प्रवासी हैं और किसी कारणवश अपने गाँव से दूर रहते हैं सभी ने बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया और इस काम को सफल बनाने में साथ दिया !!
हमे ये तो पता हि था कि एकता में बल होता है लेकिन सड़क निर्माण कार्य के पूर्ण होने के बाद हमे ये महसूस हुआ कि हम गाँव वासी एक साथ मिल जाएँ तो कुछ भी कर सकते हैं ! इसलिए हमने सोचा है कि गाँव में अभी भी बहुत से सुधार कार्यों कि आवश्यकता है और बिदुल गाँव युवा संगठन के माध्यम से हम गाँव के विकास कार्यों को जारी रखेंगे !