शारदीय नवरात्र के पहले दिन विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि व मुहूर्त तय किया गया। गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए 14 नवंबर को अन्नकूट के पावन पर्व पर अभिजीत मुहूर्त की शुभ बेला पर 11 बजकर 45 मिनट पर बंद किए जाएंगे। उधर, यमुनोत्री धाम के कपाट 15 नवंबर को बंद किए जाएंगे, जिसका समय विजयदशमी पर्व के दिन तय होगा।

छह महीने यहां होगी पूजा

बता दें कि हर साल शारदीय नवरात्र के पहले दिन गंगोत्री मंदिर समिति एवं तीर्थ पुरोहित धाम के कपाट बंद होने की तिथि व मुहूर्त निकालते हैं। 14 नवंबर को कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव डोली अपने मायके मुखीमठ मुखबा के लिए प्रस्थान करेगी। रात्रि निवास भैरोघाटी स्थित देवी मंदिर में होगा। इसके अगले दिन 15 नवंबर को भाईदूज के पर्व पर मां गंगा की उत्सव डोली अपने मायके मुखबा मुखीमठ में पहुंचेगी। जहां मां गंगा का स्वागत एक बेटी की तरह गांव के ग्रामीणों द्वारा किया जाएगा शीतकाल के छह माह तक मां गंगा की पूजा मुखबा स्थित गंगा मंदिर में होगी।

दशहरा पर तय होगी बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि
बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि  24 अक्तूबर को विजयादशमी के दिन तिथि व मुहूर्त तय होगी। वहीं, केदारनाथ धाम के कपाट 15 नवंबर को भाई दूज के दिन बंद करने की परंपरा है।

गंगोत्री धाम में यात्रियों की संख्या

गंगोत्री धाम में जहां रोजाना औसतन 3 हजार यात्री पहुंच रहे हैं। वहीं, यमुनोत्री धाम में यह संख्या
5 से 6 हजार के बीच है। बीते 12 सालों में यहां तीर्थयात्रियों की सबसे ज्यादा संख्या बीते साल 2022 में गंगोत्री धाम में 6,24,516 और यमुनोत्री धाम में 4,85,688 समेत 11,10,204 तीर्थयात्री रही थी। जबकि, इस साल अभी तक गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में 15,33,018 तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं। वहीं, गंगोत्री धाम में इस साल यानी 15 अक्टूबर सुबह 8.30 बजे तक 8,42,139 तीर्थयात्री मां गंगा के दर्शन कर चुके हैं।

Share and Enjoy !

Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× हमारे साथ Whatsapp पर जुड़ें