शंखनाद INDIA/ नई दिल्ली
इन समय पूरे देश में कोरोना का हाहाकार मचा है| देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर अब बोकाबू होती जा रही है| कोरोना के आगे सरकार के सभी सिस्टम फेल हो रहे हैं| कई पाबंदियां लागू हैं, नियम कड़े हैं लेकिन कोरोना बेखौफ है| सरकारा कोरोना से लड़ाई के लिए लगातार प्रयासरत है लेकिन कोरोना इस कदर अपनी पकड़ बना चुका है कि अब उसके आगे सरकार की कोई कोशिश कामयाब नहीं हो पा रही है| सरकार ने देश में कोरोना से लड़ने के लिए कई गाइडलाइन जारी की है| देश के कई राज्यों में तो लॉकडाउन की भी घोषणा की जा चुकी है लेकिन कोरोना की रफ्तार फिर भी कम नहीं हो रही है| हर तरफ कोरोना का हाहाकार मचा है| इस महामारी के आगे लोग परेशान और बेबस नजर आ रहे हैं|
दिल्ली में तो हालात लगातार बद से बदतर होते जा रहे हैं| लॉकडाउन के बावजूद दिल्ली में कोरोना मरीजों का आंकड़ा बहुत तेजी से बढ़ रहा है| जिस कारण अब दिल्ली सरकार की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही है| दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में 6 दिन का लॉकडाउन लगाया है जिससे कोरोना के मरीजों की संख्या में कुछ कमी होने की उम्मीद लगाई गई थी लेकिन सरकार की यह कोशिश भी कोरोना के आगे फेल हो गई| बीते दिन कोरोना के मरीजों में रिकॉर्ड तोड़ इजाफा हुआ है|
दिल्ली में कोरोना के मरीजों का आंकड़ा इस तरह से बढ़ा है कि अब अस्पतालों में भी हालात बेहद खराब हो गए हैं| मरीज ईलाज के लिए दर दर भटक रहे हैं| लेकिन मरीजों को किसी भी अस्पताल में जगह नहीं मिल पा रही है| यहां तक की अब दिल्ली में ऑक्सीजन की भी मी होने लग गई है| जिससे अस्पताल प्रशासन भी परेशान है| दिल्ली के कई बड़े अस्पतालों में भी ऑक्सीजन का स्टॉक खत्म की कगार पर है साथ ही बैड भी खाली नहीं हेैं| जिससे अब मरीजों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है| ऐसे में दिल्ली सरकार के सामने यह कोरोना महामारी बेहद बड़ी चुनौैती बनकर सामने आई है| दिल्ली में पिछले 24 घंटों में लगऊग 28 हजार के करीब नए मामले सामने आए हैं| जबकि 277 मरीजों की कोरोना के कारण मौत हुई है| दिल्ली में यह ताजा आंकड़े बेहद परेशान करने वाले हैं|