शंखनाद INDIA/ देहरादून
देश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं जिससे केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की मुश्किलें भी लगातार बढ़ती जा रही है| देश में रोजाना कोरोना के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है हालांकि सरकार की तरफ से कोरोना पर रोकथाम के लिए कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं लेकिन सरकार की हर कोशिश नाकाम होती जा रही है| सरकार ने बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर सभी राज्यों को गाइडलाइन जारी की है जिसके बाद देश के कई राज्यों में पाबंदियां लगा दी गई है|
देश के अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड में भी कोरोना का प्रकोप जारी है| यहां हर रोज कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है जिससे राज्य सरकार की परेशानी बढ़ गई है| वहीं प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफे को देखते हुए ऋषिकेश एम्स ने एक अहम फैसला लिया है| ऋषिकेश एम्स ने कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर अभी से एहतियात बरतनी शुरू कर दी है। एम्स ने तय किया है कि गुरुवार से एम्स की ओपीडी में आने वाले मरीजों को भर्ती नहीं किया जाएगा। यहां केवल गंभीर मरीजों को ही भर्ती किया जाएगा।
ऋषिकेश एम्स में वर्तमान में 50 बेड कोविड के मरीजों के लिए आरक्षित हैं। जिसके बाद अस्पताल ने यह तय किया है कि यहां गंभीर रूप से बीमार आपातकालीन सेवा में आने वाले उन मरीजों को भर्ती किया जाएगा, जिन्हें लाइफ स्पोर्ट की जरूरत है। कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए एम्स प्रशासन ने यह फैसला लिया है| एम्स प्रशासन के मुताबिक जैसे ही कोरोना के मामले बढ़ने लगेंगे उसके अनुरूप एम्स में व्यवस्था की जाएगी। यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बेड की संख्या को बढ़ाने को लेकर भी तैयारी शुरू कर दी गई है।