पूनम चौधरी शंखनाद इंडिया देहरादून:
एक बड़ी खबर:
ग्रेड पे मामले में एक बार फिर पुलिसकर्मियों के परिजनों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। आपको बता दें की उन्होंने सरकार और पुलिस विभाग को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। परिजनों ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की घोषणा के एक साल बाद भी सिपाहियों को 4600 ग्रेड पे का लाभ नहीं मिला।
प्रेस कांफ्रेंस कर पुलिस कर्मियों ने परिजनों से की बात
कहा की सरकार ने उनके साथ विश्वासघात किया है। मुख्यमंत्री ने पिछले वर्ष हो रहे पुलिस स्मृति दिवस के कार्यक्रम में उन्होंने 2001 बैच के सिपाहियों को 4600 ग्रेड पे देने की घोषणा की थी, लेकिन इसके बाद सरकार ने दो लाख रुपये देने का शासनादेश जारी कर दिया। आपको यह भी बता दें की यह बिल्कुल घोषणा के उलट था। ऐसे में परिजनों ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी, लेकिन उनकी मांग पर अब तक न तो कोई सुनवाई और न कोई फैसला हुआ । यह तक की पुरानी चल रही व्यवस्था के तहत अब 2002 बैच के सिपाही भी इसके हकदार माने जा रहे हैं, लेकिन अभी तक उनसे एक साल पहले वालों को ही 4600 ग्रेड पे नहीं मिला है। तो 2002 वालों का तो क्या हो होगा।
आगे कहा सरकार पर वित्तीय बोझ पड़ने का बताया जा रहा डर
अभी जब सिपाहियों के 4600 ग्रेड पे पर सरकार इसलिए फैसला नहीं ले पा रही है तो उस पर वित्तीय बोझ पड़ना तो लाज़मी है। क्योंकि, अगर पुलिस विभाग में यह व्यवस्था हुई तो अन्य विभागों से भी आवाज उठनी शुरू हो जाएगी। ऐसे में सरकार इस मामले में हाथ खींचती नजर आ रही है। यह भी माना जा रहा था कि दो लाख एकमुश्त भुगतान से पुलिसकर्मी संतुष्ट हो जाएंगे, लेकिन सरकार की यह तरकीब किसी भी काम नहीं आई।
सिपाहियों के इस्तीफे तक हुए थे वायरल
ग्रेड पे की मांग जब पूरी नहीं हुई तो पुलिस के सिपाहियों इस्तीफे देने शुरू कर दिया थे, आपको बता दें कि यह इस्तीफे भी काफी वायरल हुए थे। हालांकि, सरकार द्वारा इन्हें स्वीकार नहीं किया गया था। कुछ सिपाहियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई थी। इस वर्ष की शुरुआत में लगभग 18 से 20 सिपाहियों के इस्तीफे देने की बात सामने आई थी। पुलिस विभाग में इस बात को लेकर हड़कंप मच गया था। इसके बाद समझाने का दौर शुरू हुआ था। आश्वासन के बाद पुलिसकर्मी शांत हो गए थे।