पेपर लीक को लेकर प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारी युवकों से भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस समेत तमाम नए नवेले नेताओं को रोजगार देने से बचने का आग्रह किया है। बीजेपी विधायक खजान दास का कहना है कि विपक्ष युवाओं को बरगलाकर राजनैतिक उल्लू सीधा करने की फिराक में है।
आंदोलनकारी युवाओं को बरगला रहा विपक्ष
पेपर लीक मामले को लेकर वरिष्ठ नेता और विधायक खजान दास ने आरोप लगाया कि विपक्ष पर्दे के पीछे से युवाओं को बरगलाकर, अपना राजनैतिक उल्लू सीधा करना चाहता है। क्योंकि मात्र 3 वर्ष में रिकॉर्ड 25 हजार नियुक्तियां होना, सिर्फ पारदर्शी और ईमानदार प्रक्रिया से ही संभव है। हमारी सरकार नियुक्तियों की संख्या 50 हजार तक ले जाना चाहती है और विपक्ष उसे बाधित करना चाहता है।
युवाओं से की राजनैतिक दलों से बचने का आग्रह
विधायक खजान दास का कहना है कि 2021 में जब से हमारी सरकार के सामने प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल के प्रकरण सामने आए, कठोर कार्रवाई की गई। सैकड़ों बड़े छोटे दोषी अधिकारी सलाखों के पीछे भेजे गए और समस्या के पूर्णतया निदान के लिए देश का कठोरतम नकल कानून हम लेकर आए। तब से लेकर अब तक रिकॉर्ड 25 हजार से अधिक सरकारी भर्तियां पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी से हुई।
उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि दुर्भाग्य से जो एक घटना सामने आई है, उसपर पर एसआईटी गठित कर न्यायिक जांच की जा रही है। लिहाजा थोड़ा समय जांच के लिए दिया जाना स्वाभाविक है, शुरुआत में ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचना उचित नहीं है। क्योंकि ऐसा करना कहीं न कहीं रिकॉर्ड भर्तियों की प्रक्रिया को बाधित करने जैसा होगा। ये सिर्फ और सिर्फ उन साजिशकर्ताओं की मंशा को पूरा करने वाला होगा, जो तात्कालिक और त्वरित राजनैतिक लाभ के लिए इससे जुड़े है। जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी युवा का भविष्य सुरक्षित और सफल बनाने के लिए कृत संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रहे हैं। ऐसे में किसी को चिंता करने की जरूरत नही है, कोई भी दोषी या षड्यंत्रकारी होगा उसे नकल कानून के तहत कठोरतम सजा दिलाई जाएगी।
राजनीतिक पार्टियों और मौसमी नेताओं से बचने का आग्रह
खजान दास ने युवाओं से आग्रह किया कि उन्हें पर्दे के पीछे से इस आंदोलन को चलाने वाली राजनीतिक पार्टियों और मौसमी नेताओं से बचने की जरूरत है। क्योंकि विचारहीन विपक्ष लगातार चुनाव में हार के बाद अब पूरी तरह मुद्दाविहीन हो गया है। देहरादून से लेकर दिल्ली तक मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की नीति झूठ, भ्रम और अफवाह पर आधारित हो गई है। इनके शीर्ष नेता और केंद्रीय नेतृत्व लगातार जैनजी की क्रांति का आह्वाहन कर रहा है, जिसे उनके स्थानीय नेता राज्य में फॉलो कर रहा है। थके हारे उनके नेता, अब नए नवेले तथाकथित बरसाती युवा नेताओं की आड़ में अपना राजनीतिक उल्लू सीधा कर रहे हैं।