जादुंग गांव उत्तरकाशी

भारत-चीन युद्ध के बाद से उत्तरकाशी जिले का जादुंग गांव वीरान था। लेकिन अब अब इस गांव को नई पहचान मिलने जा रही है। जादुंग गांव के कायाकल्प के लिए तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य सरकार बीते साल से ही इस गांव की तस्वीर बदलने की कोशिश में जुटी हुई है। इसके लिए काम भी शुरू कर दिया गया था। लेकिन शीतकाल के कारण यहां निर्माण कार्य बंद कर दिए गए थे। करीब दो महीने के बाद अब ये कार्य फिर से शुरू करने की तैयारी है।

भारत-चीन युद्ध के बाद से था वीरान

साल 1962 में जब भारत-चीन युद्ध हुआ था उसके बाद से ही उत्तरकाशी जिले का सीमांत गांव जादुंग वीरान था। पिछले साल से यहां छाई खामोशी कुछ हद तक कम होने लगी है। इस गांव को राज्य सरकार ने पर्यटन गांव के रूप में विकसित करने का फैसला लिया है। जिसका जिम्मा गढ़वाल मंडल विकास निगम को दिया गया है। जेएमवीएन ने यहां पर काम भी शुरू कर दिया है। जीएमवीएन के प्रबंध निदेशक विशाल मिश्रा ने बताया कि शीतकाल की वजह से सीमांत गांव जादुंग में जिन निर्माण कार्यों को रोका गया था उन्हें दो महीने बाद फिर से शुरू कर दिया जाएगा।

तस्वीर बदलने को दो चरणों में होगा काम

जादुंग गांव की तस्वीर बदलने के लिए प्लान तैयार किया गया है। जिसके तहत दो चरणों में काम किया जाएगा। पहले चरण में जीएमवीएन ने जादुंग गांव में छह जीर्ण-शीर्ण घरों के पुनर्निर्माण पर फोकस किया है। इसके लिए वहां पर 19 सितंबर 2024 से कार्य भी शुरू कर दिया गया है। चार घरों को पूरी तरह से ध्वस्त करने के बाद उनके पुनर्निर्माण का काफी काम हो गया है। इस कार्य के लिए 365. 33 लाख रूपए की धनराशि स्वीकृत की गई थी। इसमें से शासन स्तर पर 146 लाख रूपए की धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है। इसी तरह वहां पर आठ अन्य भवनों के पुनर्निर्माण के लिए 493.36 लाख रूपए का आगणन तैयार किया गया है। तकनीकी परीक्षण कर लिया गया है और आय-व्यय समिति का अनुमोदन भी प्राप्त हो गया है। जल्द ही शासन स्तर से प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति मिलने की संभावना है।

जल्द लौटेगी जादुंग गांव में रौनक

जादुंग गांव को गुलजार बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। जादुंग गांव की रौनक लौटाने के क्रम में वहां पर उत्सव मैदान बनाया जाना है। कार्यदायी संस्था ने इसके लिए 997.31 लाख रूपए का आगणन तैयार किया है। इसी तरह भेरोंघाटी जादुंग मोटर मार्ग पर हिंडोलीगाड़ में कारवां पार्क के विकास के लिए 999.89 लाख रूपए का आगणन तैयार किया गया है। इन कार्यों के पूरा होने के बाद गांव में रौनक लौटने की उम्मीद है।

अप्रैल 2025 में जादुंग गांव में प्रवेश द्वार और चैक पोस्ट निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। सीएम धामी का कहना है कि सीमांत क्षेत्रों के विकास के लिए राज्य सरकार गंभीरता से काम कर रही है। जादुंग गांव को पर्यटन ग्राम के रूप में विकसित करने के लिए कार्य शुरू किया गया है। हमारी यही कोशिश है कि सीमांत गांव जादुंग पर्यटन के मानचित्र में प्रभावी ढंग से उभरकर सामने आए।