NEWS : आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों और अन्य धर्मों के लोगों को स्वेच्छा से सभी विवादित धार्मिक स्थलों को हिंदू समुदाय को सौंप देने चाहिए।
इंद्रेश कुमार ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की उस टिप्पणी का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि हर मस्जिद में शिवलिंग खोजने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत का उद्देश्य संघर्ष को खत्म करना था ताकि समाज नफरत और हिंसा से मुक्त होकर इस बारे में सोचे।
NEWS : इंद्रेश कुमार ने की बड़ी टिप्पणी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता ने कहा कि सनातन धर्म के अनुयायियों के मंदिरों को विदेशी शासकों ने तोड़ दिया था। मुस्लिम और अन्य धर्मों के लोग आगे आए और मांग की कि विवादित धार्मिक स्थलों को हिंदू समुदाय को सौंप दिया जाए।
उन्होंने कहा कि अयोध्या राम मंदिर निर्माण से न सिर्फ देश बल्कि पूरी दुनिया में खुशी का माहौल होगा। राम सबके हैं, राम सबमें विद्यमान हैं, भारत सभी धर्मों को स्वीकार करने और 1 सम्मान करने वाला देश है।
NEWS : अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर भी दिया था बयान
इंद्रेश कुमार ने अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भारत को बांटने वाली ताकतों की हार और एकता और अखंडता फैलाने की राजनीति की जीत बताया था। उन्होंने आगे कहा था कि अलगाववाद, साजिशकर्ताओं, आतंकवादियों, हिंसा और नफरत की दीवार खड़ी करने वाली धारा 370 हमेशा के लिए खत्म हो गई है।
उन्होंने कहा कि कोर्ट ने अपने फैसले में एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात कही है कि 1980 से लेकर अब तक हजारों लोग मारे गए हैं और लाखों लोग विस्थापित हुए हैं। इसकी जांच के लिए एक कमेटी बनाई जानी चाहिए, ताकि असली दोषी सामने आ सकें और उन्हें सजा मिल सके।
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इंद्रेश कुमार ने कहा कि चाहे आरएसएस हो या बीजेपी या फिर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच सभी ने हमेशा यही चाहा है कि भारत माता पराई न हो। इसीलिए हमने संविधान की रक्षा के मूल्यों को स्थापित किया है।
देश को एकजुट होने की जरूरत पर जोर देते हुए कुमार ने कहा कि हमने हमेशा एक राष्ट्र, एक लोग की स्थापना की है। इस संदर्भ में उठाया गया यह एक जरूरी कदम था, जिसे
सरकार ने अपने बुलंद इरादों से पूरा किया।
NEWS : मुख्य विचारधारा से जोड़ने का ऐतिहासिक काम
इंद्रेश कुमार ने गर्व के साथ कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी और लाखों लोगों का बलिदान साकार हुआ और देश को सही दशा और दिशा मिली। 5 अगस्त 2019 को सरकार ने अनुच्छेद 370 हटाकर जम्मू-कश्मीर को देश की मुख्य विचारधारा से जोड़ने का ऐतिहासिक काम किया। उन्होंने कहा कि परिवार समझौते से चलता है और देश निर्णय से चलता है।
उन्होंने कहा कि नेहरू- कांग्रेस ने जो किया उससे गुलामी का खतरा था, लेकिन केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने जो फैसला लिया है वह ऐतिहासिक है और स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाने वाला है। हर किसी को इसकी सराहना करनी चाहिए। संविधान में धारा 370 देश को बांटने वाली थी। यह देश की एकता के लिए घातक था।
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