पूनम चौधरी शंखनाद इंडिया देहरादून:
राजधानी देहरादून और मसूरी के बीच बनने वाले रूपवे से टर्मिनल की ऊंचाई का अड़ंगा भी खत्म हो गया है बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में निर्माण के बाइलॉज में राहत देते हुए तो मिलन को निर्धारित ऊंचाई तक की निर्माण की अनुमति दे दी गई है।
बता दें कि देहरादून मसूरी के बीच रुपवे निमाड़ को सरकार के स्तर से अनुमति सीबी अनुमति मिल चुकी है। रोपवे की लंबाई की वजह से इन ऊंचे ऊंचे शर्मिला बनाए जाने हैं आपको बता दें कि लेकिन बाइलॉज के हिसाब से इतनी ऊंचाई पर टंडन का निर्माण नहीं किया जा सकता। जिसके चलते रोपवे के कार्यों में रुकावट आ रही थी मेरा केबिनेट बैठक की जानकारी देते हुए मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू ने बताया कि बायलॉज स्थिरीकरण को भी मंजूरी दी गई है इसके बाद अब रोकने के लिए निर्धारित ऊंचाई वाले टर्मिनल बनाए जा सकेंगे।
रोपवे से 15 से 20 मिनट में पूरा होगा देहरादून से मसूरी का सफर।
देहरादून से मसूरी के लिए प्रस्तावित रोपवे एशिया का सबसे दूसरा बड़ा रोपवे होगा जिसकी लंबाई 5.5 किलोमीटर तक होगी जो की हांगकांग की गोंग पर रुपए की लंबाई 5.7 किलोमीटर से महज 200 मीटर ही कम है। इस रोपवे के बनने से देहरादून से मसूरी पहुंचने का समय मात्र 15 से 18 मिनट ही लगेगा साथ ही मसूरी में लगने वाले ट्रैफिक से भी बच सकेंगे सुरक्षित पर्यावरण और दृष्टि उसे यात्रियों को सुविधाजनक होगी।