कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भट्ट ने कहा कि सीएम धामी और भाजपा सरकार मे कुछ भी कृत्रिम नही, बल्कि वास्तविकता है। उन्होंने कांग्रेस को सलाह देते हुए कहा है कि ब्यूरोक्रेसी राज्य की रीढ़ हैं इसलिए धैर्य और संयम से काम लें।
महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस को दी सलाह
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष में पूर्व सीएम हरीश रावत के बयान पर कहा है कि सीएम धामी खेत बचपन से जोतते रहे हैं और उनके पुरखे भी खेती किसानी से जुड़े हैं। हां ये कांग्रेस के लिए जरूर मंथन का सवाल है कि किसानों के सहारे राजनीति करने वाली कांग्रेस खेती किसानी से हमेशा दूर रही।
कांग्रेस ने किया हमेशा ब्यूरोक्रेसी को नजरंदाज
भट्ट ने कहा कि पूर्व सीएम ने हमेशा ब्यूरोक्रेसी को नजरंदाज किया और सभी नेता खुद अवैध कमाई मे लग गए। पकड़े गए और आज मुकदमा झेल रहे हैं। बयूरोक्रेसी का काम ही राज्य का खजाना भरना है और ब्यूरोक्रेसी ने खनन से राज्य का खजाना भरा है। ब्यूरोक्रेसी ने आबकारी और GST संग्रह को बढ़ा कर राज्य का खजाना भरा तो चौबीस हज़ार सरकारी नौकरियां देकर बेरोजगारों की झोली भरने का काम किया है।
40 से ज़्यादा नई नीतियां बनाकर सरकार ने पर्यटन,ऊर्जा,उद्योग,कृषि आदि क्षेत्रों में जनोन्मुखी निर्णय किये हैं जिससे आमजन को स्वरोजगार और रोजगार मिल रहा है। जनता जनार्दन की आय बढ़ाकर सरकार ने उनका खजाना भरने का कार्य किया है।
धैर्य और संयम से काम ले कांग्रेस
राज्य की महिलाओं को सरकारी नौकरियों में तीस प्रतिशत आरक्षण देकर,राज्य आंदोलनकारियों को और उनके आश्रितों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण देकर उनकी भावनाओं का सम्मान किया है। कठोर भू-क़ानून लागू कर के राज्य की भूमि की अनियंत्रित खरीद फरोख्त को रोका है।हजारों बीघा जमीन राज्य सरकार में निहित कर के राज्य का खजाना भरा है।
भट्ट ने कहा कि ब्यूरोक्रेसी ने वन विभाग की छ: हज़ार एकड़ से ज़्यादा जमीन अतिक्रमण मुक्त करा के राज्य के पक्ष में राज्य का खजाना भरा है। एक लाख करोड़ के निवेश क़रारों को धरातल पर उतार का राज्य का खजाना भरने का काम सरकार ने किया है। राज्य के विकास मे ब्यूरोक्रेसी के योगदान को नकारना खुद की विफलता से मुँह फेरने जैसा है और कांग्रेस को अपनी सोच बदलने की जरूरत हा।