पिथौरागड़। पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग क्षेत्र में हाल ही में दो अलग-अलग वन्यजीव घटनाओं ने ग्रामीणों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। रीठा रैतौली ग्राम पंचायत के ठांगा गांव में एक ओर गुलदार ने 16 वर्षीय किशोर पर हमला किया, वहीं दूसरी ओर थल चौसला और आसपास के क्षेत्रों में भालू की सक्रियता से ग्रामीणों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है।

जानकारी के अनुसार, बीती देर शाम ठांगा निवासी अमित सिंह बोरा (16) बाजार से घर लौट रहे थे। जैसे ही वे प्राथमिक पाठशाला ठांगा के पास पहुंचे, एक गुलदार ने अचानक उन पर हमला कर दिया। किशोर की चीख-पुकार सुनकर परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे, जिसके बाद तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया। अमित के हाथ और शरीर पर गंभीर घाव आए हैं। उन्हें तत्काल सीएचसी बेरीनाग ले जाया गया, जहां उपचार के बाद उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। ग्राम प्रधान निशा धारियाल ने वन विभाग से गुलदार को पकड़े जाने की मांग की है।

सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और देर रात तक प्रभावित क्षेत्र में गश्त की। लाउडस्पीकर से ग्रामीणों को सतर्क रहने, बच्चों को शाम के समय अकेले बाहर न भेजने और घरों के आसपास पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था रखने की अपील की गई। वन क्षेत्राधिकारी चंदा मेहरा ने बताया कि झाड़ियों के कटान सहित सुरक्षा उपायों को लेकर ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।

इधर थल चौसला, भटीगांव, हीपा और दड़मौली क्षेत्रों में भालू देखे जाने से लोग भयभीत हैं। भटीगांव निवासी मनोज पाठक ने बताया कि भालू ने उनके माल्टा और संतरे के पौधों को नुकसान पहुंचाया है। चौसला की कला और सरिता कार्की भी जंगल से लौटते समय भालू को देख डर गईं। रेंजर चंदा मेहरा ने कहा कि वन बीट अधिकारी की टीम लगातार निगरानी कर ग्रामीणों को सुरक्षित रहने के तौर-तरीकों के बारे में जागरूक कर रही है।

ग्रामीणों ने वन विभाग से त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की मांग करते हुएवन्यजीवों के आतंक से राहत दिलाने की अपील की है।