देहरादून: राजाजी टाइगर रिजर्व में जनवरी में एक वाहन के ट्रायल के दौरान हुए हादसे की जांच पूरी हो चुकी है। यह जांच रिपोर्ट शासन को सौंपी जा चुकी है, अब इस रिपोर्ट का वन मंत्री परीक्षण कर रहे हैं। उनके अनुसार जल्द ही बैठक कर कार्रवाई की जाएगी।इस साल जनवरी में राजाजी टाइगर रिजर्व में एक वाहन के ट्रायल के दौरान हुए हादसे में छह लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले की पहले जांच प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव व मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को सौंपी गई थी, बाद में पूर्व मुख्य सचिव एस रामास्वामी को सौंपी गई।
यह जांच पूरी हो चुकी है इसकी रिपोर्ट शासन को सौंपी जा चुकी है। अब इस रिपोर्ट से हादसे के कारणों समेत अन्य सभी पहलू का पता चलने की उम्मीद है। इस रिपोर्ट को सौंपे हुए भी कई दिन होने की बात कही जा रही है।
अनुमति किस स्तर से मिली…
बताया जाता है कि जिस वाहन का ट्रायल किया जा रहा था, उसका ट्रायल कई दिनों से चल रहा था। संबंधित वाहन के वन मुख्यालय आने की बात भी कही जाती है। इसके अलावा राजाजी नेशनल पार्क में भी कई अधिकारी ट्रायल में शामिल हुए थे। इस वाहन के राजाजी नेशनल पार्क में ट्रायल की अनुमति किस स्तर से मिली थी? यह सवाल बना हुआ था।
इस साल हुए कई हादसे
इस साल कई हादसे हुए हैं, जिसमें वन कर्मियों की मौत हुई है। जनवरी में राजाजी नेशनल पार्क हुए हादसे में वन कर्मियों की मौत हुई थी। पांच महीने बाद जून में बिनसर अभयारण्य में हुए हादसे में छह वन कर्मियों की मौत हुई थी। इस प्रकरण में वन संरक्षक और डीएफओ को निलंबित किया गया था। मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं को वन मुख्यालय से अटैच किया गया था।वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि राजाजी नेशनल पार्क में हुए हादसे की जांच रिपोर्ट मिल गई है। इसका मैं परीक्षण कर रहा हूं। मामले में एक बैठक करुंगा, इसके बाद कार्रवाई होगी।