शंखनाद_INDIA/हरियाणा: हरियाणा के रोहतक जिले में हुई जिन दो घटनाओं को पुलिस हादसा समझ रही थी, जांच में पता चला की वे मर्डर केस थे। पीजीआई में इलाज करवाने आए दो मरीजों के रहस्यमय तरीके से गायब हो जाने और फिर उनके शव रेलवे ट्रैक और सुनसान जगह पर मिलने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।
पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। एक मामला जिले के लाखनमाजरा थाना क्षेत्र का है, दूसरा जीआरपी रोहतक के अंतर्गत आता है। दोनों इलाके की पुलिस बदमाशों को प्रोडक्शन वारंट पर लाने तैयारी में जुट हैं। दोनों ने दोनों मृतकों के साथ लूटपाट की और फिर हादसा दिखाने के लिए शव को रेलवे ट्रैक और सुनसान जगह पर फेंक दिया।
जीआरपी थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह ने बताया कि 3 सितंबर को पीजीआई के पास रेलवे ट्रैक पर एक व्यक्ति का शव पड़ा मिला था, जिसका सिर धड़ से अलग था। प्रथम दृष्टया मामला हादसे का लगा। पिछले दिनों लाखन माजरा थाना पुलिस से पता चला कि एक महिला की हत्या के आरोप में गिरफ्तार हंसराज निवासी खरैंटी और भूपेंद्र निवासी बास हिसार ने उक्त व्यक्ति की हत्या करना कुबूल किया है।
दोनों ने पूछताछ में बताया है कि दो सितंबर की रात पीजीआईएमएस में ओमप्रकाश उर्फ पप्पू निवासी गुहला चीका, जिला कैथल पार्क में टहल रहा था। दोनों ने उससे बातचीत करनी शुरू कर दी। वह वहा कैंसर का उपचार कराने आया था। 5 दिन पीजीआई में रुकेगा। इस पर उन्हें पप्पू के पास अच्छी-खासी नकदी होने का भ्रम हुआ। वह उसे झांसे में लेकर पटरियों के पास ले गए और वहां उसकी हत्या कर दी। तलाशी लेने पर उसके पास से 200 रुपए मिले।
हत्या को हादसा दर्शाने के लिए शव पटरी पर रख दिया था। लेकिन अज्ञात ट्रेन से सिर धड़ से अलग हो गया था। थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों बदमाशों के खिलाफ धारा 302, 201 और 34 आईपीसी में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।