सावन के पावन माह में लाखों की संख्या में शिवभक्त गंगाजल लेने हरिद्वार पहुंचते हैं। इस दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए हरिद्वार पुलिस प्रशासन ने कांवड़ यात्रियों के लिए “क्या करें और क्या न करें” की विस्तृत गाइडलाइन जारी की है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि पैदल कांवड़ यात्री केवल नहर पटरी मार्ग का ही उपयोग करें और सभी यात्री अपने पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस अवश्य साथ रखें। निजी वाहन लाने वाले श्रद्धालुओं को केवल निर्धारित पार्किंग स्थलों पर ही वाहन खड़ा करने की सख्त हिदायत दी गई है, अन्यथा वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, अपराधियों, जेबकतरों और जहरखुरानी गिरोह से सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है।
यात्रा की सूची और विवरण चस्पा करें
प्रशासन ने आग्रह किया है कि यात्री अपने वाहन में यात्रा की सूची और विवरण चस्पा करें, निर्धारित घाटों पर ही स्नान करें और गहरे पानी से परहेज करें। साथ ही, अजनबियों से खाद्य सामग्री न लें और रात्रि विश्राम केवल शिविरों या रैन बसेरों में करें। यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार के हथियार, नुकीली वस्तुएं या मादक पदार्थ साथ न रखें। जुगाड़ वाहनों, ऊंचाई से ज्यादा झांकियों और डीजे-लाउडस्पीकरों के अनावश्यक प्रयोग पर भी रोक लगाई गई है। पुलिस ने डीजे पर सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का पालन करने का निर्देश दिया है। यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और लावारिस वस्तुओं की सूचना तत्काल पुलिस को दें।
यवर्जन प्लान लागू किया गया
हरिद्वार में यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए डायवर्जन प्लान लागू किया गया है। दिल्ली-मेरठ-मुजफ्फरनगर से आने वाले कांवड़ वाहन मंगलौर-नगला इमरती होते हुए बैरागी पार्किंग पहुंचेंगे। यमुनानगर से आने वाले वाहनों के लिए भगवानपुर-लक्सर मार्ग निर्धारित किया गया है। वहीं मुरादाबाद और देहरादून-ऋषिकेश से आने वाले वाहनों को क्रमशः नीलधारा/गौरीशंकर व मोतीचूर पार्किंग में भेजा जाएगा।
दिल्ली, मेरठ, पंजाब, हरियाणा से आने वाली बसें ऋषिकुल मैदान, मुरादाबाद-बिजनौर की बसें नीलधारा पार्किंग और देहरादून-ऋषिकेश से आने वाली बसें मोतीचूर पार्किंग में लगाई जाएंगी। किसी भी आपात स्थिति में यात्री पुलिस कंट्रोल रूम 01334-265876, 9411112973 या 112 पर संपर्क कर सकते हैं।