शंखनाद इंडिया/हल्द्वानी/रामनगर/देहरादून
मुख्यमंत्री नेहल्द्वानी पहुंचकर लिया स्थिति का जायजा,घायल महिला पुलिस दल समेत अन्य पुलिसकर्मियों, प्रशासन, नगर निगमकर्मी और पत्रकार साथियों का जाना हाल चाल।
  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को दोपहर बाद हल्द्वानी पहुंचकर गुरूवार को सांय हुई उपद्रव की घटना की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने हल्द्वानी बनभूलपुरा में हुई घटना में घायल महिला पुलिस दल समेत अन्य पुलिसकर्मियों, प्रशासन, नगर निगमकर्मी और पत्रकार साथियों का भी हाल चाल जाना। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने क़ानून तोड़ा है एवं सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है उनके सारे वीडियो फुटेज और फुटप्रिंट उपलब्ध हैं। इस घटना में शामिल सभी उपद्रवियों को चिन्हित कर, उन पर विधिसम्मत कार्रवाई की प्रक्रिया गतिमान है।
   मुख्यमंत्री ने हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए एडीजी कानून और व्यवस्था श्री ए.पी अंशुमान को प्रभावित क्षेत्र में कैंप करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अवैध निर्माण को हटाये जाने के दौरान पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों एवं कार्मिकों पर हुए हमले तथा क्षेत्र में अशांति फैलाने की घटना को सख्ती से लेते हुए अराजक तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं।
    मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से शान्ति बनाये रखने की अपील करते हुए अराजक तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही के निर्देश दिये है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि प्रदेश में किसी को भी कानून व्यवस्था से खिलवाड करने की छूट नहीं दी जायेगी। प्रशासनिक अधिकारी निरंतर क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये हर समय सजग रहे तथा हर स्थिति में अमन चैन एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये प्रयासरत रहें।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा के हिंसा प्रभावित क्षेत्र की स्थिति की जानकारी लेने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी शुक्रवार को हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंची,जिलाधिकारी नैनीताल तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को स्थिति पर निरन्तर सर्तकता बनाए रखने के दिये निर्देश।

हल्द्वानी के बनभूलपुरा के हिंसा प्रभावित क्षेत्र की स्थिति की जानकारी लेने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी शुक्रवार को हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंची। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी नैनीताल तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को स्थिति पर निरन्तर सर्तकता बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। राधा रतूड़ी ने बनभूलपुरा थाने का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों को आम जनता की सुरक्षा एवं शान्ति को शीर्ष प्राथमिकता पर लेते हुए कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने हेतु कड़े निर्देश दिए हैं। इस दौरान मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सुशीला तिवारी हॉस्पिटल पहुंचकर घायलों से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। मुख्य सचिव ने डॉक्टर्स को घायलों को आवश्यक उपचार के साथ ही उनका मनोबल बनाए रखने की हिदायत भी दी।

      मुख्य सचिव राधा रतूड़ी डीआईजी कुमाऊँ, जिलाधिकारी नैनीताल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तथा अन्य उच्च अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा हेतु एक उच्च स्तरीय बैठक की। मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। हालात सामान्य है। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगी। बनभूलपुरा के प्रभावित क्षेत्र के अलावा हल्द्वानी समेत अन्य इलाकों में ऐसी घटना ना हो इसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस की टीमो को तैनात किया गया है। उन्होंने आम जनता की क्षेत्र में शान्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सराहना की। मुख्य सचिव ने कहा कि स्थिति का जायजा ले लिया गया है, मुख्यमंत्री स्थिति की निरन्तर जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने जनता से अफवाहों से बचने और शांति व्यवस्था बनाने की अपील की। इस दौरान पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार, जिलाधिकारी वंदना,डीआईजी योगेन्द्र रावत,एसएसपी पीएन मीणा सहित अन्य उच्च अधिकारी मौजूद रहे।
डीएम व एसएसपी ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस- हिंसा में 2 की मौत,3 घायल,4 गिरफ्तार।
       हल्द्वानी के बनभूलपुरा में गुरुवार शाम को अतिक्रमण हटाने को लेकर बवाल हो गया था। जिसके बाद प्रशासन ने देर शाम उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिये थे। हल्द्वानी हिंसा को लेकर जिलाधिकारी वंदना का बयान सामने आया है। डीएम ने शुक्रवार को प्रेससवार्ता कर बताया कि हादसे में अभी तक दो लोगों की मौत हुई है। जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं। जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि तोड़फोड़ अभियान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ था,रोकथाम के लिए फोर्स तैनात की गई थी। इस दौरान हमारी नगर निगम की टीम पर पथराव किया गया।
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बनाई गई थी कि जिस दिन तोड़फोड़ अभियान चलाया जाएगा उस दिन हमला किया जाएगा। पत्थर पहले से छतों पर इकट्ठा किए गए थे। पत्थरों वाली पहली भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया और दूसरी भीड़ जो आई उसके पास पेट्रोल बम थे। हमारी टीम ने कोई बल प्रयोग नहीं किया। डीएम ने बताया थाने पर विरोध प्रदर्शन के लिए अधिकतम बल का प्रयोग किया गया। जैसे ही उन्हें (भीड़ को) थाने से तितर-बितर किया गया वे गांधी नगर इलाके की ओर चले गए। सभी समुदायों और धर्मों के लोग वहीं थे। हमारी प्राथमिकता पुलिस स्टेशन की सुरक्षा करना थी और फिर यह सुनिश्चित करना था कि गांधी नगर में जान-माल का कोई नुकसान न हो। डीएम ने कहा प्लानिंग के तहत हिंसा हुई है। ये कोई इंटेलिजेंस फेलियर नहीं है। हिंसा करने वालों ने राज्य को चुनौती दी है।

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