देहरादून। दीपावली एवं छठ पर्व पर शांति, सुरक्षा व्यवस्था और सद्भाव को बिगाडऩे के अंदेशे, आतंकी व आपराधिक गतिविधियों को लेकर सरकार ने पुलिस और जिला प्रशासन को सतर्क किया है। इंटरनेट नेटवर्किंग साइट्स पर धार्मिक आपत्तिजनक टिप्पणियों, चित्रों के पोस्ट पर पैनी दृष्टि रखी जाएगी। इसके लिए जिला स्तर पर इंटरनेट मीडिया मानीटरिंग सेल सक्रिय रहेगा। वहीं, दीपावली पर पटाखों की दुकानों को भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों के बजाय खुले मैदान में सीमित संख्या में अनुमति देने को कहा गया है। साथ ही ऐसे स्थानों पर 24 घंटे अग्निशमन की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी।

डीएम और पुलिस को आदेश जारी 

अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने पुलिस महानिदेशक के साथ ही समस्त जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को आदेश जारी किए। शासन ने दीपावली, गोवर्धन पूजा, भैया दूज एवं छठ पूजा को देखते हुए भीड़ भरे बाजारों में आपराधिक व असामाजिक तत्वों द्वारा महिलाओं से छेड़छाड़, जेब कटने, चेन स्नेचिंग और लूट की घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। छठ पूजा पर नदियों व तालाबों के किनारे बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के एकत्र होते हैं। ऐसे में घाटों की साफ-सफाई, प्रकाश की समुचित व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण एवं आवागमन की उचित व्यवस्था करने को कहा गया है।

अफवाहों को लेकर किया सतर्क

असामाजिक तत्वों या कट्टरपंथी तत्वों की ओर से अफवाहें फैलाने, आतिशबाजी के सामान पर आपत्तिजनक धार्मिक चित्र, पटाखे चलाने पर दूसरे संप्रदायों के भवनों व व्यापारिक प्रतिष्ठानों के साथ विवाद, आतिशबाजी या पटाखों के कारण अग्नि दुर्घटना पर जिला प्रशासन व पुलिस को सतर्क किया गया है। जुए में हार-जीत या लेन-देन के विवाद, विद्युत की अनियमित आपूर्ति या एक संप्रदाय के दूसरे संप्रदाय पर छींटाकशी करने जैसी समस्याओं का समय पर निराकरण के निर्देश दिए गए हैं।

खाद्य पदार्थों में मिलावट पर होगी सख्ती

मिष्ठान्न एवं दुग्ध उत्पादों की मांग बढऩे के कारण इनमें अपमिश्रण या सिंथेटिक, नकली खाद्य सामग्री की बिक्री पर तुरंत वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। मिश्रित आबादी एवं सांप्रदायिक दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में देहरादून के रायवाला, ऋषिकेश, हरिद्वार के कनखल, रुड़की, नैनीताल के हल्द्वानी, रामनगर, पौड़ी के सतपुली एवं कोटद्वार व ऊधमसिंहनगर जिले के नानकमत्ता में होने वाले मेले में विशेष सतर्कता व सुरक्षा करने को कहा गया है।

सांप्रदायिक घटना पर वरिष्ठ अधिकारी को पहुंचना होगा

राज्य के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों, सैन्य संस्थानों, स्कूल, रेलवे स्टेशनों, नगरों को लक्ष्य बनाने के लिए मिलने वाली धमकियों को देखते हुए ऐसे सभी स्थलों पर जांच की व्यवस्था की जाएगी। सांप्रदायिक घटना एवं अन्य किसी दुर्घटना की स्थिति में वरिष्ठ अधिकारी को स्वयं घटनास्थल पर शीघ्र पहुंचकर आवश्यक कार्यवाही करनी होगी। जिला अभिसूचना इकाई को गोपनीय कार्यवाही को कहा गया है।