शंखनाद INDIA/पंकज डसीला/ बागेश्वर-: भारत-पाक 1971 युद्ध के 50 वर्ष पूरे होने पर निकाली गई स्वर्णिम विजय मशाल लेफ्टिनेंट कर्नल नरेश तिवारी के नेतृत्व में जिला सैनिक कल्याण कार्यालय पहुंची। जिलाधिकारी विनीत कुमार ने आधिकारिक तौर पर विजय मशाल प्राप्त की। उन्होंने वीर सैनिकों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। सेना के जवान जिला मुख्यालय से कपकोट तहसील की ओर मशाल लेकर रवाना हुए।
वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय सेना के अदम्य साहस और शौर्य के आगे जिस तरह से पाक सेना ने घुटने टेके, वह भारतीय सेना के लिए गौरवपूर्ण क्षण था। युद्ध के 50 वर्ष पूर्ण होने पर स्वर्णिम विजय मशाल के रूप में पूरे भारत में यह मशाल 1971 की लड़ाई में अदम्य साहस और वीरता का परिचय देने वाले वीर चक्र विजेताओं के गांव जाएगी। सेना की ओर से वीर चक्र विजेताओं के वीर नारियों एवं परिजनों को सम्मानित किया जाएगा।
जिलाधिकारी विनीत कुमार ने कहा कि जनपद के लिए यह गौरव की बात है कि यहां के 24 वीर सैनिकों ने 1971 की लड़ाई में अपने अदम्य साहस और वीरता का परिचय देते हुए देश की रक्षा के लिए प्राणों की आहूति दी है। जिसमें से चार सैनिकों ने अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए वीर चक्र प्राप्त किया है। जिलाधिकारी ने स्वर्णिम विजय मशाल को वीर नारियों के सम्मान के लिए कपकोट के सूपी गांव के लिए रवाना किया। यह मशाल सिपाही खड़क सिंह सूपी, सूबेदार नंदन सिंह परमटी, हवालदार शंकर दत्त स्यांकोट, सूबेदार गंगा सिंह रावतसेरा के घर जाएगी।