हल्द्वानी में आज गौला नदी के श्रमिक और खनन कार्य से जुड़े हजारों वाहन स्वामी सड़कों पर उतरे। कुमाऊं की लाइफ लाइन कही जाने वाली गौला नदी के श्रमिक और खनन कार्य से जुड़े हजारों वाहन स्वामियों ने सड़कों पर उतकर विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने स्टोन क्रेशर संगठन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर उन्होंने वाहन स्वामियों के साथ वादाखिलाफी का आरोप लगाया।
सड़कों पर उतरे गौला नदी के श्रमिक और वाहन स्वामी
गौला नदी में खनन निकासी में लगे हजारों वाहन स्वामियों और क्रशरों के बीच झगड़ा तूल पकड़ता जा रहा है। क्रेशर स्वामी द्वारा भाड़े में दो रुपए कम करने के बाद वाहन स्वामी उग्र हो गए हैं। इसी मामले को लेकर आज हजारों वाहन स्वामियों और मजदूरों ने लालकुआं में विरोध प्रदर्शन किया। इसके साथ ही उन्होंने तहसील परिसर पहुंचकर उपजिला अधिकारी तुषार सैनी को ज्ञापन भी सौंपा।
उपजिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
गौला नदी में पिछले कई सालों से भाड़े रेट को लेकर ऊहा पोह की स्थिति बनी रहती है। इस बार भी फरवरी में जाकर गौला खुली थी लेकिन फिर से वही पुराने जैसे हालत हो गए। जिसके बाद सभी खनन स्वामी ना सिर्फ आंदोलन पर आ गए हैं। सोमवार को उन्होंने क्रेशर स्वामियों के खिलाफ उग्र आंदोलन भी किया। इसके साथ ही उपजिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा। उपजिलाधिकारी तुषार सैनी का कहना है कि वाहन स्वामियों द्वारा उन्हें एक ज्ञापन दिया गया। जिसमें रेट बढ़ाने की मांग की गई है उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रशासन द्वारा उक्त मामले पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
रेट तय नहीं होने तक किया जाएगा आंदोलन
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हर बार स्टोन स्वामियों द्वारा किसी ना किसी बात को लेकर वाहन स्वामियों का उत्पीड़न किया जाता है। इस बार भी माल में दो रूपए कम कर दिए हैं। जिसको लेकर वाहन स्वामियों और मजदूरों में भारी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि स्टोन स्वामियों की मनमानी किसी भी किमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जब तक वाहन स्वामियों को उनका तय रेट नहीं दिया जाता तब तक यहां आंदोलन चलता रहेगा।