लोकसभा की गढ़वाल संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल ने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल किया नामांकन के दौरान केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत और कई कांग्रेसी इस दौरान मौजूद रहे नामांकन के बाद कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल ने शहर में अपने हजारों समर्थकों के साथ शहर में विशाल रोड शो निकाला हालांकि गणेश गोदियाल के नामांकन में कोई भी दिग्गज नेता आज नही पहुंचे जिस पर गणेश गोदियाल ने कहा की आज प्रदेश में कांग्रेस के अन्य प्रत्याशियो के नामांकन भी जिस कारण समय की बाध्यता के कारण दिग्गज नेता आज नही पहुंच पाए,
कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल ने कहा की उनका मुकाबला देश की राजधानी दिग्गज के साथ हो सकता है लेकिन बलूनी का मुकाबला खेत में काम करने वाले नेता से है जिसने पहाड़ की भूमि को सींचा है और आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं, गणेश गोदियाल ने कहा की जनता का उन्हें भारी समर्थन और प्यार मिल रहा है जिसका फायदा उन्हे इस चुनाव में मिलेगा, वहीं मुंबई से मिले इनकम टैक्स के नोटिस और भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी के सवालों पर गणेश गोदियाल ने कहा की उन्हे गर्व है की वे 13 साल के उम्र से ही मुंबई गए और 20 साल तक मुंबई में बिजनेश करने के बाद उन्हें अपनी मेहनत की कमाई अपने क्षेत्र में महाविद्यालय के स्थापना में लगाई, गोदियाल ने कहा अपनी मेहनत की कमाई कोई भी जनहित के कार्य में नही लगाता है , उन्होंने कहा की पहाड़ प्रेम उन्हे इस बार चुनाव में विजय दिलाएगा।
गढ़वाल लोकसभा संसदीय सीट पर आशुतोष नेगी यूकेडी से प्रत्याशी के रूप में किया नामांकन वनंतरा प्रकरण में हत्याकांड की शिकार हुई अंकिता भंडारी के परिवार को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे आशुतोष नेगी महिलाओं के सम्मान की लड़ाई लड़ने के साथ ही मूल निवास और भू कानून जैसे मुद्दों की आवाज संसद तक पहुंचाने के लिए सत्ता के गलियारे में कदम रखने का मन बना चुके हैं। जिसको लेकर गढ़वाल लोकसभा सीट पर उत्तराखंड क्रांति दल से प्रत्याशी के रूप में आज पत्रकार आशुतोष निधि द्वारा अपना नामांकन किया गया। इस मौके पर मृतिका अंकिता भंडारी के माता-पिता उनके प्रस्ताव के तौर पर मौजूद रहे।
इस मौके पर यूकेडी प्रत्याशी आशुतोष नेगी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अनिल बलूनी के रोड शो और जनसभा में पौड़ी पहुंची केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत तमाम भाजपा नेताओं ने देवभूमि में हुए अंकिता निर्मम हत्याकांड पर चुप्पी साध ली है। परिवार संघर्ष कर रहा है कि उनकी बेटी को न्याय मिले लेकिन सरकार मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि पहाड़ की बेटी को न्याय दिलाने के लिए संसद तक आवाज उठाने की कोशिश कर रहे हैं इसको लेकर उन्होंने सत्ता के गलियारों रास्ता अख्तियार किया है। कहा की यदि जनता ने साथ दिया तो वे प्रदेश में सशक्त भू कानून और मूल निवास जैसे मुद्दों समेत महिलाओं की आवाज को संसद तक पहुंचाने का काम करेंगे।