DGP डीजीपी उत्तराखंड

सीएम पुष्कर सिंह धामी की “ड्रग फ्री उत्तराखण्ड” की मुहिम लाती हुई नजर आ रही है। “ड्रग फ्री उत्तराखण्ड” के तहत लगातार पुलिस कार्रवाई कर रही है। बीते दो महीने में मादक पदार्थों की तस्करी के विरुद्ध चलाये जा रहे विशेष अभियान में पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। पुलिस ने दो महीनों में 24.25 करोड़ कीमत के मादक पदार्थ बरामद किए हैं। इसके साथ ही 591 तस्करों को भी गिरफ्तार किया है।

दो महीने में 24.25 करोड़ के मादक पदार्थ बरामद

प्रदेश में “ड्रग फ्री उत्तराखण्ड” के लिए विशेष अभियान जारी रहेगा। इस अभियान के तहत वांछित और ईनामी अपराधियों व ड्रग्स तस्करों की गिरफ्तारी पर फोकस होगा। डीजीपी ने निर्देश दिए हैं कि लंबित विवेचनाओं के निस्तारण के लिए थाना वार समीक्षा की जाए। लापरवाही या शिथिलता पाए जाने पर थानाध्यक्ष और आईओ की जवाबदेही तय होगी।

डीजीपी ने की समीक्षा

डीजीपी कानून व्यवस्था के दृष्टिगत गढ़वाल व कुमाऊं रेंज प्रभारी सहित समस्त एसएसपी और एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध की गई कार्रवाई की समीक्षा की गई। प्रदेश में अब तक मादक पदार्थों की तस्करी के विरुद्ध चलाए गए विशेष अभियान में अब तक 427 अभियोग पंजीकृत करते हुए मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त 591 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके पास से 24.25 करोड़ कीमत के 936.56 कि.ग्रा. मादक पदार्थ बरामद किए गए हैं।

इसके साथ ही अभियान के दौरान 26 अपराधियों को गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत निरुद्ध करते हुए 15 अभियुक्तों द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई। लगभग 1.74 करोड़ कीमत की सम्पत्ति अधिग्रहित की गई। इस विशेष अभियान को 31 मार्च, 2025 तक बढ़ाए जाने का निर्णय लिया गया है।

समीक्षा के दौरान डीजीपी ने दिए निर्देश

  1. विभिन्न अपराधों में लिप्त वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी, पुरस्कार घोषित अपराधियों की गिरफ्तारी, गैर जमानतीय व कुर्की वारण्टों की तामील के लिए एक महीने का विशेष अभियान चलाये जाने के लिए निर्देशित किया गया।
  2. गंभीर आपराधिक घटनाओं में लापरवाही और शिथिलता बरतने वाले सम्बन्धित थानाध्यक्षों और चौकी प्रभारियों की जवाबदेही तय की जाए।
  3. लम्बित विवेचनओं की समीक्षा करते हुए दोनों परिक्षेत्र प्रभारियों को अपने निकट पर्यवेक्षण में निस्तारण कराए जाने के निर्देश दिए गए।
  4. सभी जनपद प्रभारियों को लगातार पुलिस विसिबिलिटी बढ़ाते हुए प्रभावी रात्रि गश्त, पैट्रोलिंग, नाका और बैरियर्स पर सघन चैकिंग कराने तथा भीड़-भाड़ वाले महत्वपूर्ण स्थानों पर पैदल गश्त कराने के लिए निर्देशित किया गया।