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चमोली: उत्तराखंड में भ्रष्टाचार का एक और मामला सामने आया है. विजिलेंस की टीम ने परिवहन विभाग के सहायक निरीक्षक नीरज को 21 नवंबर 2024 को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया.

नीरज पर आरोप है कि वह पंजाब से रुड़की आ रहे भूसे के ट्रकों को उत्तराखंड में प्रवेश देने के लिए प्रति ट्रक 2,500 रुपये की रिश्वत मांग रहा था.

विजिलेंस विभाग के अनुसार, शिकायतकर्ता ने टोल-फ्री नंबर 1064 पर शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया कि हर माह उसके ट्रकों के लिए नीरज रिश्वत मांगता है.

इस रिश्वत की कुल राशि 10,000 रुपये तक पहुंच चुकी थी. शिकायत के बाद विजिलेंस विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी नीरज को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया.

गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस टीम अब नीरज से विस्तृत पूछताछ कर रही है और इस मामले की आगे की जांच जारी है। इस घटना ने एक बार फिर राज्य में भ्रष्टाचार के मुद्दे को उजागर किया है और अधिकारियों के बीच जागरूकता की आवश्यकता पर बल दिया है.

विजिलेंस विभाग ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अवैध गतिविधियों की जानकारी तुरंत विभाग को दें ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके। विभाग ने टोल-फ्री नंबर 1064 को भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराने के लिए जारी रखा है.

इस घटना के बाद परिवहन विभाग और अन्य सरकारी विभागों में भी सख्त निगरानी और जांच की आवश्यकता महसूस की जा रही है, ताकि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके और जनता का विश्वास बनाए रखा जा सके.

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