शंखनाद INDIA/राकेश सती/नारायणबगड़, चमोली

एक ओर जहां सरकार गांव-गांव में सड़कों की सुविधा पहुंचाने का काम कर रही है तो वहीं दूसरी ओर विभागिय अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से सरकार की इस योजना पर पलीता लगाया जा रहा है| ग्रामीण क्षे़त्रों में कार्यदायी संस्थाओं द्वारा निम्न गुणवत्ता व मानक विहिन कार्यो से सड़कें भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते जा रही हैं| ताजा मामला नारायबगड विकासखण्ड के चोपता मोटर मार्ग का है जहां सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है| लेकिन जिस तरह से अधिकारियों व ठेकेदारों द्वारा सड़क निर्माण में लीपापोती का काम किया जा रहा है उससे ग्रामीणों में आक्रोश है| ग्रामीणों ने मामले पर त्वरित कार्रवाई करने की मांग की है|

दरअसल, नारायण बगड़, चोपता मोटर मार्ग जिसकी लंबाई 24 कि.मी. है, इस मोटर मार्ग पर कार्यदायी संस्था पीएमजीएसवाई द्वारा सुधारीकरण और डामरीकरण का काम किया जा रहा है| इस काम के लिए विभाग द्वारा 18 करोड़ रूपये का बजट रखा गया है| लेकिन जिस तरह से इस मोटर मार्ग का निर्माण किया जा रहा है उससे सरकार को खूब चूना लगाया जा रहा है| इस मोटर मार्ग की गुणवत्ता बहुत ही खराब है| यहां न तो डीपीआर के मुताबिक काम किया जा रहा है और न ही क्वालिटी, व सुपर एलिवेशन में मानक के अनुसार काम हो रहा है| इसके अलावा यहां कोई डंपिंग जोन की सुविधा भी उपलब्ध नहीं हैं| वहीं  मामले को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार जिलाधिकारी से इस बात की शिकायत की है लेकिन उनकी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है| ग्रामीणों का कहना है कि अगर विभाग द्वारा इस ओर जल्द कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वो इसके खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे साथ ही न्यायालय का भी रूख करेंगे|

सरपंच संगठन अध्यक्ष नारायण बगड भगवती प्रसाद सती ने बताया कि विभाग द्वारा घटिया स्तर का काम किया जा रहा है साथ ही रेत की जगह लोकल कोरेशन का इस्तेमाल किया जा रहा है| साथ ही कंकरिट में घटिया पत्थरों का प्रयोग किया जा रहा है| ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों व कर्मचारियों से मामले के सम्बन्ध में शिकायत की है लेकिन बावजूद इसके गुणवत्ता में कोई सुधार नही हो रहा है।

वहीं जब मामले को लेकर पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंन्ता प्रमोद गंगाड़ीसे बात की गई तो उन्होने सही काम करने की बात स्वीकारी| साथ ही कहा कि जिस  जगह पर सड़क निर्माण का काम गलत तरीके से किया जा रहा है वहां भी सुधार किया जाएगा|