उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर वादों, दावों और घोषणाओं का सिलसिला जोरों-शोरों से दिखने को मिल रहा है। कांग्रेस ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि देहरादून से राजधानी हटाकर गैरसैंण में स्थायी राजधानी बनाए जाने की घोषणा करते हुए उत्तराखंडी भावनाओं की कद्र करने की कोशिश की है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, ‘अगर कांग्रेस को सत्ता मिली तो सबसे पहले किए जाने वाले कामों में गैरसैंण को उत्तराखंड की स्थायी राजधानी बनाया जाना शामिल है। उन्होंने आगे कहा हम इस वचनबद्धता के साथ चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
दसौनी ने इस ऐलान को लेकर कहा कि, ‘गैरसैंण राज्य के लिए लड़े आंदोलनकारियों की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है। कांग्रेस की पिछली सरकार ने यहां विधानसभा भवन बनवाया था,यहां और भी इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास कार्य किए थे लेकिन अब सरकार बनी तो गैरसैंण के साथ अस्थायी राजधानी का टैग हटाया जाएगा।
आने वाले चुनावों में अपनी स्थिति साफ करते हुए कांग्रेस ने दावा किया कि वह 70 सीटों वाली विधानसभा में 40 से ज़्यादा सीटों पर जीतकर सरकार बनाएगी। गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने के साथ ही देवस्थानम बोर्ड एक्ट को खत्म करने का दावा भी कांग्रेस पार्टी ने किया है।
कांग्रेस ने गैरसैंण और देहरादून दोनों को राजधानी बनाए रखने की बात को खारिज करते हुए कहा कि यह बचत के लिहाज़ से समझदारी की बात नहीं है,गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने से टैक्सदाताओं का पैसा बचाया जा सकेगा।