आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Cm Dhami) ने राजपुर रोड स्थित मंथन सभागार में भारतीय वन सेवा संघ, उत्तराखण्ड के वार्षिक अधिवेशन का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री (Cm Dhami) ने आशा व्यक्त की कि वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इस अधिवेशन में वन विभाग से संबंधित अनेक विषयों पर चर्चा होगी, राज्य की वन और पर्यावरण से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए चिंतन होगा। (Cm Dhami) मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हमें ईकोलॉजी और इकोनॉमी में समन्वय बनाकर आगे बढ़ना है। विकास कार्यों के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के साथ आगे बढ़ना है। पर्यावरण संरक्षण के कार्य के साथ ही लोगों को इसके प्रति जागरूक करने की वन विभाग की बड़ी जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री (Cm Dhami) ने कहा कि मसूरी में आयोजित चिंतन शिविर में वन विभाग को राज्य में बंदरों, अन्य जंगली जानवरों से फसलों को होने वाले नुकसान को बचाने के लिए व्यापक कार्ययोजना बनाने को कहा गया था। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि उत्तराखण्ड वन सम्पदाओं से सपन्न राज्य है। पर्यावरण संतुलन विश्व की सबसे बड़ी चिंता है। वन विभाग के इस अधिवेशन में वन विभाग द्वारा सशक्त उत्तराखण्ड की दिशा में क्या प्रयास किये जा सकते हैं, वन विभाग का राज्य के विकास के लिए रोडमैप, वानिकी क्षेत्र के माध्यम से आजीविका सृजन, मानव और वन्यजीव संघर्ष न्यूनीकरण, कार्बन वित्त पोषण से राजस्व, आय सृजन, राज्य से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर मंथन किया जा रहा है।