देहरादून

देहरादून में आई आपदा के बाद राहत बचाव कार्य तीसरे दिन भी जारी है। लगातार लापता लोगों की तलाश की जा रही है। देहरादून में दूसरे दिन रेस्क्यू में पांच शव और बरामद किए गए इसी के साथ मृतकों की संख्या 22 हो गई। अब भी 23 लोग लापता हैं जिनकी तलश की जा रही है।

दून घाटी आपदा में लापता 5 और के शव बरामद

दून घाटी में आई आपदा ने कई लोगों की जिदंगीभर की कमाई चंद मिनटों में तबाह कर दी। आपदा के बाद जहां एक ओर प्रशासन लापता लोगों की तलाश में जुटा हुआ है तो वहीं लोग अपनों की आने की आस लगाए बैठे हैं। बुधवार को  आपदा में लापता हुए पांच और लोगों के शव मिले हैं। इनमें तीन शव देहरादून में और दो शव सहारनपुर के मिर्जापुर यमुना नदी में मिले हैं। इसके साथ ही मृतकों का आंकड़ा 22 पहुंच गया है। जबकि, 23 लोग लापता बताए जा रहे हैं।

ग्राउंड जीरो पर जिलाधिकारी सविन बंसल

आपदा से निपटने को जिला प्रशासन हर क्षेत्र में मुस्तैद है। जिलाधिकारी खुद ग्राउंड जीरो पर जाकर हालात का जायजा ले रहे हैं। जिलाधिकारी का कहना है कि बंद सड़कों को जल्द से जल्ध खोलने की कोशिश की जा रही है। ताकि जिन गांवों से संपर्क कट गया है उनसे फिर कनेक्टिविटी स्थापित हो पाए। इसके साथ ही बिजली पानी की सुविधाओं को भी दुरूस्त करने का काम भी तेजी से किया जा रहा है।

जिला प्रशासन हालात को सामान्य बनाने में जुटा

लगातार जिला प्रशासन हालात को सामान्य बनाने में जुटा हुआ है। मसूरी में कुछ मरीजों की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया था। ऐसे में प्रशासन की उन्हें एयरलिफ्ट करने की योजना थी। लेकिन मौसम खराब होने के कारण उन्हें एयरलिफ्ट नहीं किया जा सका। जिसके बाद जिलाधिकारी के निर्देशों पर मरीज को एंबुलेंस के माध्यम से देहरादून पहुंचाया गया।

मालदेवता क्षेत्र के प्रभावित गांवों में हेलिकॉप्टर के माध्यम से राशन पहुंचाया गया। मालदेवता क्षेत्र में बही सड़क की मरम्मत का काम भी बुधवार को शुरू हो गया है। आज से इसके अस्थायी रूप से चालू हो जाने की उम्मीद है। प्रशासन ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों से रेस्क्यू कर 168 लोगों को होटलों में शिफ्ट किया है। प्रशासन ने मंगलवार को पांच होटलों को आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत अधिग्रहित किया था। यहां पर 10 कर्मचारियों को भी तैनात किया गया है।