उत्तराखंड के 12 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न हो चुके है, जिसमें निर्दलीयों का पलड़ा भारी देखने को मिला। इस बीच अब सत्ताधारी पार्टी बीजेपी सभी जिलों में अपने बहुमत जुटाने की तैयारी में जुट चुकी है। बात अगर बीते दिन की करें तो एक दिन में 20 जिला पंचायत सदस्यों द्वारा सीएम धामी से मुलाकात की गई। जिला पंचायत चुनाव में निर्दलियों के बाद सत्ताधारी भाजपा आगे रही है।

12 जिलों में वर्चस्व बनाने के लिए कवायद तेज

इधर, जिला पंचायत अध्यक्ष के पदों के आरक्षण की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है तो दूसरी ओर भाजपा ने सभी 12 जिलों में वर्चस्व बनाने के लिए कवायद तेज कर दी है। न केवल पार्टी समर्थित विजेता प्रत्याशियों को एकजुट किया जा रहा है बल्कि निर्दलियों को भी अपने पक्ष में करने के लिए जद्दोजहद चल रही है। मुख्यमंत्री दरबार में भाजपा के कई नेता निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों के साथ पहुंच रहे हैं।

हर मोहरे पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की नजर

बीते दिन भी सीएम आवास में उत्तरकाशी के प्रतिनिधियों के अलावा कई और नेता मुख्यमंत्री धामी से मिलने पहुंचे। देहरादून समेत कई जिलों में विशेष रणनीति बनाकर समर्थन जुटाने की कवायद तेज हो गई है। मंत्रियों के स्तर से भी काम किया जा रहा है। जिला पंचायत चुनाव की शतरंज के हर मोहरे पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की नजर है। पिछले चुनाव में 12 में से 10 जिलों में भाजपा का बोर्ड था। इस बार संगठन ने सभी 12 जिलों में जीत का लक्ष्य रखा है।