Ayodhya : 2024 में बनकर तैयार होने वाले अयोध्या के राम मंदिर में युद्धस्तर पर निर्माण कार्य जारी है। मंदिर के ग्राउंड फ्लोर के निर्माण की प्रक्रिया पूरी कराए जाने के साथ-साथ पहले तल के निर्माण की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है।

मंदिर निर्माण समिति की ओर से मीडिया के सामने मंदिर निर्माण की ताजा स्थिति आई और अब तक हुए निर्माण कार्य की जानकारी प्राप्त हुई।

बता दें कि मंदिर के पहले तल के निर्माण के लिए दिसंबर 2024 तक का समय निर्धारित किया गया है, जिसके परिणाम स्वरूप पहले तल पर पिलर खड़े किए जाने का कार्य अभी शुरू कर दिया गया है।

इस दौरान समिति की ओर से अब साफ कर दिया गया है कि यह आखिरी मीडिया दौरा होगा। मंदिर की सुरक्षा के मद्देनजर अब मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान ही मीडिया कैमरों को आने की इजाजत होगी।

Ayodhya : निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है

बता दें कि भू तल पर निर्माण कार्य पूरा होने के बाद राम मंदिर निर्माण की गति को तेज किया गया है और प्रथम तल का भी निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। मंदिर के भूतल की फर्श का निर्माण पूरा होने के बाद वहां इसके 166 खंभों में देवी-देवताओं की मूर्तियां उकेरी जा रही हैं।

इसी के साथ ही मंदिर के प्रथम तल के मंडपों की दीवारों और खंभों का भी निर्माण शुरू हो गया है। इसकी जानकारी मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोशल मीडिया पर फोटो सांझा कर दी। राम मंदिर के भूतल के 166 खंभों पर अब देवी- देवताओं की छवि उकेरी जा रहीं हैं।

परिक्रमा मार्ग के खंभों को शानदार लुक दिया जा रहा है। इसके लिए कारीगर लगातार काम कर रहे हैं। खंभों पर डिजाइनिंग के कार्य में करीब 10 कारीगर लगे हुए हैं।

Ayodhya : प्रथम तल का निर्माण कार्य दिसंबर 2024 तक

मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र के मुताबिक, प्रथम तल का निर्माण कार्य दिसंबर 2024 तक पूरा करवाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसे ध्यान में रखते हुए कारीगरों की संख्या जल्द बढ़ाई जाएगी।

मंदिर के भूतल में स्थित गर्भगृह में जनवरी 2024 में रामलला का दर्शन शुरू हो जाएगा। इसके साथ-साथ प्रथम तल का निर्माण भी चलता रहेगा। इस दौरान मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन की ओर से विशेष प्लान तैयार किया जा रहा है।

डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि रामलला के विग्रह का निर्माण भी तीन विशेषज्ञ मूर्तिकारों की टीमें कर रही है। प्रयास है कि मंदिर के भूतल का निर्माण कार्य हर हाल में अक्टूबर 2023 तक पूरा कर लिया जाए।

Ayodhya : गुलाबी पत्थरों की टाइल्स लगाई गई

उन्होंने बताया कि भूतल की संगमरमर की फर्श का निर्माण कार्य भी शुरू करने की तैयारी है। मंदिर की लाइटिंग, आधुनिक शौचालय, तीन पावर स्टेशन, मंदिर का परकोटा, यात्री सुविधा केंद्र आदि का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है।

वहीं रामजन्म भूमि मंदिर को सीधे जोड़ने वाले श्री राम जन्मभूमि पथ का निर्माण बेहद खूबसूरती के साथ किया जा रहा है। सड़क पर खूबसूरत डिजाइन के गुलाबी पत्थरों की टाइल्स लगाई गई है। इसके साथ ही इसे मंदिर के कारीडोर की तरह विकसित किया जा रहा है।

सुग्रीव किला मंदिर के बगल से जाने वाले इस पथ के एक किनारे एक सीध में खूबसूरत लाइटिंग के पिलर भी खड़े किए जा रहे हैं। राम मंदिर के दर्शन का यह मुख्य प्रवेश मार्ग होगा।

Ayodhya : मंदिर निर्माण साइट का निरीक्षण

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से दोपहर 12 बजे से डेढ़ बजे तक मंदिर निर्माण साइट का निरीक्षण कराया गया। इसके लिए विशेष रूप से पत्रकारों को आमंत्रित किया गया था।

मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर निर्माण की प्रगति की जानकारी देने के लिए पत्रकारों को मंदिर साइट का निरीक्षण समय-समय पर कराया जाता रहा है।

हालांकि, उन्होंने कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर यह निरीक्षण आखिरी होगा। इसके बाद रामलला की प्राण- प्रतिष्ठा के अवसर पर ही मीडियाकर्मी मंदिर साइट का निरीक्षण कर सकेंगे।

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