कर्णप्रयाग रेलवे लाइन की एक और टनल हुई आर – पार। प्रोजेक्ट पर काम कर रही मेघा कम्पनी ने जताई खुशी।

कर्णप्रयाग रेलवेRISHIKESH KARANPRAYAG RAILWAY LINE UTTARAKHAND लाइन में एक उपलब्धि और जुड़ गई है। मेघा इंजीनियरिंग कम्पनी ने 8 वीं वाहिनी, आईटीबीपी से गौचर तक की सहायक 15 नंबर टनल को ब्रेक थ्रू कर दिया है। कम्पनी के इंजिनियरों ने इसको लेकर खुशी व्यक्त की है। ऋषिकेश से कर्णप्रयाग की 125 किमी. लम्बी रेलवे लाइन पर मेघा इंजीनियरिंग कम्पनी नरकोटा से गौचर तक लगभग 27 किमी. सुरंग का निर्माण कर रही है। गौचर के नजदीक आईटीबीपी की 8 वीं वाहिनी के निकट से गौचर भट्टनगर तोक तक लगभग 2 . 7 किमी. रेल लाइन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। कम्पनी ने रविवार को मुख्य टनल की सहायक टनल को आर पार करके ऋषिकेश – कर्णप्रयाग रेलवे लाइन में एक और उपलब्धि हासिल कर ली है।

कम्पनी के प्रोजेक्ट मैनेजर एच. एम. सिंह के अनुसार इसी स्थान पर बनाई जा रही मुख्य टनल का निर्माण कार्य भी दो माह के भीतर पूरा होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि इससे पहले कम्पनी ने गत वर्ष नरकोटा से जवाड़ी वाइपास तक 3 . 2 किमी. की टनल को आर – पार करने में कामयाबी हासिल की थी। कहा कि रविवार को आर पार हुई टनल के निर्माण में लगभग 170 कर्मचारियों व अधिकारियों की टीम को दो साल का समय लगा है। गौचर से घोलतीर की टनल को मई माह तक ब्रेक थ्रू कर दिया जायेगा।

प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि टनलों को पूरा करने के लिऐ वर्ष 2025 का तारगेट दिया गया है। उम्मीद है कि इस लक्ष्य को समय पर पूरा कर लेंगे। इस मौके पर मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत सिंह यादव, प्रोजेक्ट मैनेजर हरेंद्र कुमार, हरिदयानन्द सिंह, सीनियर प्लानिंग मैनेजर हाकिम मुजामिल, लाइजनिंग अधिकारी विनोद चौधरी, टीसीएम विनयपाल, भूवैज्ञानिक अनिल मलेटा, आनन्द पाल, टनल इंजिनियर विक्रांत, दीपक, इलेक्ट्रिक मैनेजर ब्यास देव शर्मा, सर्वे इंचार्ज प्रफुल्ला कुमार, मैकेनिक इंजिनियर राहुल, भरत आदि अधिकारियों ने टनल के ब्रेक थ्रू होने पर खुशी का इजहार करते हुऐ मिष्ठान का वितरण किया गया।