चमोली: उत्तराखंड का एक और लाल शहीद हो गया है। वहीं, घटना का पता चलने के बाद परिजनों में शोक की लहर है।गैरसैंण में सारकोट गांव निवासी हवलदार बसुदेव सिंह पुत्र फतेसिंह लेह लद्दाख में एक्सरसाइज क्लोजिंग के दौरान हुए ब्लास्ट में शेल्टर की चपेट में आने से शहीद हो गए । इस ब्लास्ट में दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं जिनका इलाज जारी है ।

सोमवार को सैनिक का पार्थिव शरीर घर लाया जायेगा और सैन्य सम्मान के साथ उनकाअंतिम संस्कार पैतृक घाट मोटूगाड में किया जाएगा। बता दें कि बसुदेव सिंह परोडा लद्दाख क्षेत्र के लेह में बंगाल इंजीनियरिंग की 55 रेजिमेंट में तैनात थे। बसुदेव सिंह ने जीआईसी मरोड़ा से इंटर की पढ़ाई की, चार भाईयों बहनों में बसुदेव सबसे छोटे थे। वह अप्रैल में छुट्टी काटकर घर से गए थे और दीपावली पर फिर घर आने की बात कही थी। बसुदेव के दो बड़े भाई जगदीश और सतीश प्राइवेट नौकरी करते हैं और बहन बैसाखी देवी विवाहित हैं, जबकि पिता सेना से रिटायर हवलदार हैं।