समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव के बयान को लेकर अब सियासत शुरू हो गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने कांवड़ की ऊंचाई को लेकर सपा सुप्रीमों अखिलेश के बयान को तथ्यहीन और गुमराह करने वाला बताया है।
अखिलेश का कांवड़ की ऊंचाई वाला बयान तथ्यहीन
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार किया कि यह कांवड़ यात्रा पर उनकी दोहरी सोच दर्शाता है, जिसे अब जनता भी साफ़-साफ़ देख रही है।भाजपा सरकार श्रद्धालुओं और कांवड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ही 10 फीट से ऊँची कांवड़ न बनाने की सलाह देती है। लेकिन उनके जैसे सनातन विरोधी इसे ‘रोक’ बताकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।
अखिलेश श्रद्धा के नाम पर करते हैं दिखावा
महेंद्र भट्ट ने याद दिलाते हुए कहा कि जब अखिलेश यादव सत्ता में थे तब कांवड़ यात्रा के दौरान न कोई बेहतर व्यवस्था थी, न ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कोई ठोस इंतज़ाम होता था। बल्कि, इन्होंने ख़ुद डीजे और भक्ति संगीत पर ये कहकर रोक लगाई थी कि इससे ‘शोरगुल’ होता है। लेकिन आज राजनैतिक ढोंग करते हुए अखिलेश श्रद्धा के नाम पर दिखावा करते हुए शिव भक्तों में भ्रम फैलाना चाहते हैं।
समाजवादी सरकार में सनातनी श्रद्धालुओं पर लगते थे प्रतिबंध
समाजवादी सरकार में सनातनी श्रद्धालुओं पर प्रतिबंध लगते थे। लेकिन भाजपा सरकार श्रद्धालुओं के लिए शानदार प्रबंध करती है। हमारी सरकार ने कहीं कोई पाबंदी नहीं लगाई है। बल्कि हर कांवड़ यात्री की श्रद्धा का सम्मान करते हुए उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता दी है।
उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि श्रद्धा को व्यवस्था से जोड़ना दूरदृष्टि है और श्रद्धा पर राजनीति करना अवसरवाद। जनता को अब भली-भांति समझ आ गया है कि कौन श्रद्धा के साथ खड़ा है और कौन सिर्फ़ मंच पर नाटक कर रहा है। सपा और कांग्रेस की दोहरी मानसिकता को लोग बार बार नकार चुके हैं और इस तरह की बयानबाजी बताती हैं कि नकारने का ये क्रम आगे भी जारी रहेगा।