बागेश्वर जिला चिकित्सालय में बच्चे की मौत मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कार्रवाई की है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने लापरवाह अधिकारियों, चिकित्सकों और कर्मचारियों पर बड़ी कार्रवाई की है।
बागेश्वर में अस्पताल में बच्चे की मौत मामले में कार्रवाई
बागेश्वर जिला चिकित्सालय में एक बच्चे की मौत मामले में हुई गंभीर लापरवाही पर स्वास्थ्य विभाग ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर कठोर संज्ञान लेते हुए दोषी चिकित्सकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की है। जिलाधिकारी की जांच रिपोर्ट और कारण बताओ नोटिस के जवाबों पर विचार करने के बाद पांच डॉक्टरों व कर्मचारियों को अलग-अलग स्तर की सजा दी गई है।
प्रभारी CMS को पद से हटाया
प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (CMS) डॉ. तपन शर्मा को पर असंवेदनशीलता, एम्बुलेंस व्यवस्था सुनिश्चित न करना, प्रशासनिक अक्षमता के आरोप थे। जांच के बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से पद एवं दायित्वों से अवमुक्त कर दिया गया है। निदेशक कुमांऊ मंडल के साथ संबद्व किया गया है।
एंबुलेंस चालक और अन्य डॉक्टरों पर भी कार्रवाई
एंबुलेंस चालक ईश्वर सिंह टोलिया और लक्ष्मण कुमार को एक माह तक कार्य से विरक्त रहने का आदेश जारी किया गया है। इसके साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए हैं। डॉ. भूरेन्द्र घटियाल (चिकित्साधिकारी) को उदासीनता के लिए चेतावनी दी गई है।
जबकि बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अंकित कुमार को संघर्षरत बालक के प्रति संवेदनशीलता न दिखाने और लापरवाही बरतने का दोषी पाया गया। उनके खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। इसके साथ ही नर्सिंग अधिकारी महेश कुमार, श्रीमती हिमानी और कक्ष सेवक सूरज सिंह कन्नाल को ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर कठोर चेतावनी जारी की गई है। दोनों को भविष्य में ऐसी गलती न दोहराने की हिदायत दी गई है।