पौड़ी यमकेश्वर/
वाह रे…! शिक्षा विभाग, पिछले कई समय से जीर्णशीर्ण हालत में विद्यालय भवन, शायद अपने दिन बहुरने की आस लगाये है यह शिक्षा का मंदिर, यह बानगी है राजकीय इंटर कॉलेज हीराखाल, जहां शिक्षा के इस मंदिर में अभिभावक सरकार के भरोसे स्कूल में बच्चे पढ़ने के लिये भेजते हैं, वहां यदि सिर के ऊपर कि छत ही खतरा बन जाय तो कैसे निखर पायेगा नौनिहालों का भविष्य और कैसे वह खतरे के साया शिक्षा ले पायेंगे। लगता है शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ साथ सरकार भी इस अभागे विद्यालय के लिये आंखे मूंदे बैठी है |
पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर क्षेत्र के नौगाँव न्याय पंचायत का एक मात्र राजकीय इंटर कॉलेज हीराखाल का भवन जर्जर हो चुका है, एक दो कमरों की छत तक टूट चुकी है, बाकी भवन कब किस आपदा में गिर जाय, भरोसा नही। इस सम्बन्ध में जब अभिभावकों और शिक्षकों ने अपने उच्च अधिकारियों को जानकारी दी, स्कूल का निरीक्षण मातहतों ने ही नही बल्कि क्षेत्रीय गणमान्य प्रतिनिधियों के द्वारा भी किया गया, लेकिन अभी तक सरकार के नुमाइंदे इसके आंगणन बनाकर कागजी कार्यवाही को कछुवा गति दे रहे है। एक तरफ प्रदेश सरकार विकास का खाका तैयार कर रही है दूसरी तरफ शिक्षा के इस मंदिर के प्रति क्यों आंखे बंद है यह भी विचारणीय प्रश्न है |
इस सम्बंध में अभिभावक शिक्षक संघ के अध्यक्ष मुकेश चन्द्र जोशी ने सार्वजनिक सूचना जारी करते हुए कहा है कि राजकीय इंटर कॉलेज हीराखाल में जर्जर भवन के कारण छात्र एवं शिक्षकों की सुरक्षा के मध्यनजर आज सोमवार 6 सितम्बर को सुबह सार्वजनिक सभा का आयोजन किया गया है जिसमें विद्यालय में तालाबंदी जैसे सख्त निर्णय लिया जा सकता हैं। उन्होंने कहा है कि यह विद्यालय हम सभी का है इसके लिये हम सभी को मिलकर काम करना होगा और आगे आना होगा |