शंखनाद INDIA/ नई दिल्ली
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई| इस मुठभेड़ में अभी तक 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं। साथ ही कई जवानों के घायल होने की खबर है| इसके अलावा कई सुरक्षाकर्मी अभी भी लापता बताए जा रहे हैं| घायल जवानों का ईलाज बीजापुर अस्पताल में हो रहा है| सुरक्षबलों के साथ हुई इस मुठभेड़ में 9 नक्सली के मारे जाने का भी दावा किया गया है| बीजापुर और सुकमा के आसपास लापता जवानों को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है| 600 जवानों की बटालियन नंबर एक इलाके में गयी है| ये इलाका खूंखार नक्सली हिडमा का गढ़ है, इसलिए फिर से एनकाउंटर की आशंका भी जताई जा रही है|सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से एक महिला नक्सली का शव बरामद किया है|
बता दें कि शनिवार को दोपहर लगभग 12 बजे बीजापुर-सुकमा जिले की सीमा पर नक्सल विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों की एक संयुक्त टीम की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ लगभग तीन घंटे से ज्यादा देर तक चली| पिछले 10 दिनों से छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों को प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के एक शीर्ष नक्सली मादवी हिडमा के ठिकाने के बारे में जानकारी मिल रही थी। उसका नाम 2013 के झीरम घाटी में हुए हमलें सहित कई बड़े हमलों से जुड़ा हुआ है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवानों के शहादत पर गहरा दुख व्यक्त किया है| पीएम ने कहा कि मेरे विचार छत्तीसगढ़ में माओवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए जवानों के परिवारों के साथ हैं। वीर शहीदों की कुर्बानियों को हमेशा याद रखा जाएगा। घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना है। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुठभेड़ में जवानों के शहादत पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि देश उनकी वीरता को कभी नहीं भूलेगा।