देहरादून। उत्तराखंड अनुसूचित जाति आयोग ने भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम के खिलाफ कथित दुष्प्रचार के मामले में कड़ा रुख अपनाया है। आयोग ने इस संबंध में गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को पत्र भेजकर भ्रामक और मिथ्या खबरें फैलाने वालों के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

आयोग की सचिव कविता टम्टा की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि दुष्यंत गौतम के खिलाफ विभिन्न न्यूज चैनलों और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उनकी सामाजिक और राजनीतिक छवि को धूमिल करने की मंशा से भ्रामक तथ्यों के आधार पर खबरें प्रसारित की जा रही हैं। आयोग का मानना है कि इस तरह की गतिविधियां न केवल व्यक्ति विशेष की छवि को नुकसान पहुंचा रही हैं, बल्कि समाज में वैमनस्यता का माहौल भी पैदा कर रही हैं।

आयोग ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों से मिली जानकारी के अनुसार उर्मिला सनावर द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से भाजपा के प्रदेश प्रभारी के खिलाफ लगातार दुष्प्रचार किया जा रहा है। इससे अनुसूचित जाति समाज में भारी रोष व्याप्त है और सामाजिक सौहार्द प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है।

आयोग ने गृह सचिव और डीजीपी से ऐसे सभी न्यूज चैनलों और सोशल मीडिया अकाउंट्स की पहचान कर उन पर तत्काल रोक लगाने के साथ ही सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है। आयोग ने पूरे प्रकरण को गंभीर प्रवृत्ति का बताते हुए स्पष्ट किया है कि समाज में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए इस तरह की भ्रामक और तथ्यहीन खबरों पर सख्ती से रोक लगाई जाना आवश्यक है।