देहरादून। मसूरी–देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने प्राधिकरण क्षेत्र में अवैध प्लॉटिंग और अनधिकृत निर्माण के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए लगातार कार्रवाई जारी रखी है। बिना स्वीकृति विकसित की जा रही कॉलोनियों, अवैध प्लॉटिंग, अनधिकृत सड़क कटान और नियमों के विपरीत किए गए निर्माणों को चिन्हित कर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है। एमडीडीए ने स्पष्ट किया है कि शहर और आसपास के क्षेत्रों का विकास केवल स्वीकृत मास्टर प्लान और निर्धारित मानकों के अनुरूप ही किया जाएगा।

प्राधिकरण को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ भू-माफिया और निजी डेवलपर्स कृषि एवं अन्य श्रेणी की भूमि पर नियमों को दरकिनार कर अवैध प्लॉटिंग कर रहे हैं। इससे न केवल शहरी नियोजन और पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है, बल्कि आम नागरिकों को भी गुमराह कर अवैध रूप से भूखंड बेचे जा रहे हैं। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए एमडीडीए ने विशेष प्रवर्तन टीमें गठित की हैं, जो नियमित निरीक्षण कर त्वरित कार्रवाई कर रही हैं।

कार्रवाई के दौरान कई स्थानों पर अवैध कॉलोनियों में बनाई गई आंतरिक सड़कें, बाउंड्री वॉल और अन्य ढांचे ध्वस्त किए गए। साथ ही संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ नोटिस, सीलिंग और विधिक प्रक्रिया भी अमल में लाई जा रही है। एमडीडीए ने ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत साफ किया है कि भविष्य में भी यह अभियान जारी रहेगा।

एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि अवैध प्लॉटिंग और निर्माण के खिलाफ किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरती जाएगी। वहीं सचिव मोहन सिंह बर्निया ने बताया कि कार्रवाई पूरी तरह पारदर्शी और नियमों के अनुरूप है। प्राधिकरण ने आम नागरिकों से अपील की है कि भूमि या भूखंड खरीदने से पहले उसकी वैधानिक स्थिति की पुष्टि अवश्य करें, ताकि भविष्य में किसी परेशानी से बचा जा सके।