देहरादून में RBI के ‘आपकी पूंजी, आपका अधिकार’ अभियान के तहत वर्षों से निष्क्रिय पड़े खातों की रकम उनके असली हकदारों तक पहुंचाई जा रही है। यह मुहिम जरूरतमंदों के लिए बड़ी राहत साबित हो रही है। शुक्रवार को आईआरडीटी सभागार में ऐसे कई लाभार्थियों को चेक वितरित किए गए।

नथुवावाला निवासी देवेंद्र कुमार को उनके दादा की मृत्यु के 27 वर्ष बाद एसबीआई खाते से 6 लाख रुपये लौटाए गए। परिवार को इस खाते की जानकारी तक नहीं थी। हाल ही में बैंक कर्मचारियों ने घर जाकर सत्यापन किया और मृतक के दस्तावेज मांगे, जिसके बाद बैंक ने राशि जारी कर दी। देवेंद्र ने कहा कि यह उनके दादा का आशीर्वाद है और वह रकम बच्चों की पढ़ाई में लगाएंगे।

इसी तरह देहरादून की शिबानी अरोड़ा को उनके चाचा द्वारा वर्ष 2000 में नामित किए गए खाते से पांच लाख रुपये प्राप्त हुए। चाचा के निधन (2008) के बाद परिवार को खाते की जानकारी नहीं थी। एक बैंक कर्मचारी के प्रयासों से सत्यापन हुआ और शुक्रवार को उन्हें रकम सौंप दी गई।

वहीं देहरादून के वासुदेव को उनके 2014 में खुले पीएनबी खाते से 1.11 लाख रुपये मिले। पुराने मोबाइल नंबर के कारण बैंक उनसे संपर्क कर सका। छोटी जमा राशि ब्याज बढ़कर लाख से अधिक हो चुकी थी, जिसे उन्होंने तत्काल एफडी करा दिया।

जिले में अब तक 10.27 करोड़ रुपये निष्क्रिय खातों से असली दावेदारों को लौटाए जा चुके हैं। अधिकारियों के अनुसार देहरादून में अब भी पांच लाख निष्क्रिय खातों में लगभग 200 करोड़ रुपये जमा हैं। राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी और जिला अग्रणी बैंक ने जागरूकता शिविर कर लोगों से अपने पुराने खातों की जानकारी अपडेट रखने की अपील की।