प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा चलाए जा रहे सख्त अभियान के तहत लगातार एक के बाद एक बड़ी कार्रवाई देखने को मिल रही है। जहां दो दिन पहले एक नाजिर रिश्वत लेते गिरफ्तार हुआ था तो अब विजिलेंस के हाथ एक और बड़ी कामयाबी लगी है। विजिलेंस ने एक लाख की रिश्वत लेते हुए एक चौकी प्रभारी को गिरफ्तार किया है।
एक लाख की रिश्वत के साथ ISBT चौकी प्रभारी गिरफ्तार
सतर्कता अधिष्ठान की टीम ने आज देहरादून स्थित पटेलनगर थाना क्षेत्र के आईएसबीटी चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक देवेन्द्र खुगशाल को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
शिकायतकर्ता द्वारा यह जानकारी दी गई थी कि एक भूमि विवाद की जांच चौकी प्रभारी के पास लंबित है, जिसमें उन्होंने गैंगस्टर एक्ट लगाने की धमकी देकर पाँच लाख रुपये की रिश्वत की मांग की। सतर्कता अधिष्ठान ने गुप्त जांच के बाद तत्परता से जाल बिछाकर आरोपी को गिरफ्तार किया।
दो दिन पहले रिश्वत लेते नाजिर हुआ था गिरफ्तार
भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। दो दिन पहले ही विजिलेंस ने टिहरी गढ़वाल की धनोल्टी तहसील में तैनात नाजिर को रंगेहाथों गिरफ्तार किया था। धनोल्टी तहसील के नाजिर विरेंद्र सिंह कैंतुरा को विजिलेंस ने 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था।
तीन सालों में 150 से ज्यादा को भेजा गया जेल
पिछले तीन सालों में अब तक 150 से ज्यादा आरोपियों को धामी सरकार भ्रष्टाचार के मामलों में जेल भेज चुकी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखण्ड के संकल्प पर दृढ़ है। जो भी अधिकारी या कर्मचारी जनता का शोषण करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।