देहरादून/उत्तरकाशी: उत्तराखंड में भाजपा सरकार पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए ऐसा कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियों के चलते प्रदेश के युवा बेरोजगारी के संकट से जूझ रहे हैं और महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़ दी है। धस्माना ने आरोप लगाया कि सरकार में बैठे लोग भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं और जनता के दुख-दर्द से बेखबर हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा न तो छात्र संघ चुनाव करवा रही है, न निकाय चुनाव, न सहकारिता चुनाव। अब तो पंचायत चुनाव से भी बचने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आगामी चुनावों में पार्टी को सशक्त बनाने का संकल्प लिया।
धस्माना ने कहा कि उत्तरकाशी की शांत वादियों को जानबूझकर सांप्रदायिक तनाव में झोंका जा रहा है। पहले पुरोला में फर्जी मामला बनाकर माहौल खराब किया गया और अब दशकों पुरानी मस्जिद का मुद्दा उठाकर प्रदेश के सौहार्द को नष्ट करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तरकाशी की महापंचायत में भाजपा के विधायकों ने भाषण देकर आग में घी डालने का काम किया, जो उच्च न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन है।
धस्माना ने कहा कि इन सांप्रदायिक घटनाओं में शामिल तत्वों को भाजपा सरकार और उसके नेताओं का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने कहा कि सरकार ने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें महापंचायत आयोजित करने की खुली छूट दी, जिससे उनकी मंशा साफ हो जाती है। यह प्रदेश के सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने की सोची-समझी साजिश है।
धस्माना ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे ऐसी साजिशों से सावधान रहें और शांति बनाए रखें। साथ ही उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि अगर प्रदेश का माहौल बिगाड़ने वाले तत्वों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर जनता के हितों के लिए संघर्ष करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार और उसके नेताओं को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उच्च न्यायालय के आदेशों के बावजूद महापंचायत आयोजित होने का जिम्मेदार कौन है।
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