देहरादून: उत्तराखंड के नागरिक उड्डयन विभाग ने 7 नवंबर से दिल्ली से पिथौरागढ़ के लिए हवाई सेवा शुरू करने की घोषणा की है। इसके साथ ही गौचर और जोशियाड़ा के लिए भी हेली सेवा शुरू होगी, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र के यात्रा की सुविधा में सुधार होगा। यह कदम राज्य में पर्यटन और नागरिक उड्डयन के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।

दिल्ली से पिथौरागढ़ के लिए हवाई सेवा शुरू करने की तैयारी लंबे समय से चल रही थी। पिथौरागढ़ स्थित नैनी सैनी हवाई अड्डे पर विमान की सफल लैंडिंग के बाद, एलायंस एयर 42 सीटर विमान से 7 नवंबर से नियमित उड़ान शुरू करेगी। इससे दिल्ली और पिथौरागढ़ के बीच यात्रा समय में भारी कमी आएगी, और यह 16 घंटे के सड़क मार्ग के सफर को कुछ ही घंटों में तय करने का अवसर प्रदान करेगा।

इस विमान सेवा के शुरू होने से आदि कैलाश और ओम पर्वत यात्रा पर जाने वाले पर्यटकों को भी राहत मिलेगी, क्योंकि अब वे आसानी से हवाई मार्ग से पिथौरागढ़ पहुंच सकेंगे। इस पहल से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे उत्तराखंड के इस दूरदराज़ क्षेत्र में आर्थ‍िक गतिविधियाँ भी तेज़ होंगी।

इसके साथ ही, उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकेडा) ने 7 नवंबर से गौचर और जोशियाड़ा के लिए हेली सेवा शुरू करने की घोषणा की है। इस हेली सेवा की बुकिंग 13 नवंबर से शुरू होगी। गौचर और जोशियाड़ा दोनों स्थान धार्मिक और पर्यटन दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, और इन स्थानों के लिए हवाई यात्रा शुरू होने से पर्यटकों के लिए यात्रा करना और भी सुविधाजनक हो जाएगा।

उत्तराखंड सरकार ने अगले साल से यमुनोत्री धाम के लिए हेली सेवा शुरू करने की योजना भी बनाई है। यमुनोत्री धाम के समीप हेलीपैड का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, और हेलीपैड पर हेलिकॉप्टर का ट्रायल भी सफलतापूर्वक किया गया है। इस सेवा के तहत, 55 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों को पैदल यात्रा करने में कठिनाई होने पर हेलिकॉप्टर से यमुनोत्री धाम तक आसानी से दर्शन के लिए भेजा जाएगा। यह कदम बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा।

उत्तराखंड के नागरिक उड्डयन विभाग के सचिव सचिन कुर्वे ने कहा, “दिल्ली से पिथौरागढ़, गौचर और जोशियाड़ा के लिए हवाई सेवा शुरू होने से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पिथौरागढ़ जैसे सीमावर्ती जिले की यात्रा भी आसान हो जाएगी। इस हवाई सेवा से स्थानीय लोगों के लिए भी यात्रा करना सरल होगा।”