जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने प्रदेश सरकार से आसपास ही विस्थापित Joshimath Bachao Sangharsh Samiti demands from the government, किए जाने की मांग की है। पिछले साल जब जोशीमठ में लोगों के घरों में दरार आने के बाद सरकार ने पूरे क्षेत्र को डेंजर जोन घोषित किया था तो उस वक्त 1200 घरों को इसके लिए चिन्हित किया गया था। उस वक्त आपदा सचिव ने जल्द विस्थापन किए जाने की बात कही थी। अब एक लंबा वक्त गुजर गया है लेकिन इसके बावजूद अभी तक स्थानीय लोगों का विस्थापन नहीं हो पाया है।

जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति displaced people should be settled around Joshimath area.के संयोजक अतुल सती और बदरीनाथ के विधायक राजेंद्र भंडारी ने देहरादून में कहा कि उन्होंने सरकार से मांग की है कि जोशीमठ के लोगों को जोशीमठ के नजदीकी विस्थापित किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार से उनकी 11 बिंदुओं पर बातचीत पर सहमति बन गई थी, लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से उसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। साथ उन्होंने कहा कि सरकार जो डेंजर जोन के लोगों को बसाने के लिए जमीन चिन्हित कर रही है वह जोशीमठ से काफी दूर है। ऐसे में उन्होंने सरकार से अपील की है कि जहां वह निवास कर रहे हैं उसके आसपास के क्षेत्र में ही उनको बसाया जाए।