शंखनाद INDIA/देहरादून -: बुलंदी-ज़ज्बात-ए-कलम संस्था के माध्यम से तस्मिया अकादमी , देहरादून में 10 जनवरी को कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय व दूर- दराज़ के कुछ वरिष्ठ औऱ नवोदित कलमकारों ने काव्य पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन उत्तराखण्ड के युवा कवि बादल बाज़पुरी ने करा व कार्यक्रम संयोजिका मातृका बहुगुणा ने किया, कार्यक्रम में नेताओ पे तंज कसते हुये, वीर रस , किसानों की व्यथा सहित महिला शसक्तीकरण बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ , देव भुमि उत्तराखंड की लोक भाषा गढ़वाली में रचनाएं पढ़ी गयीं l
सुरेखा हिदुस्तानी व रीतिका थपियाल ने देश प्रेम की रचना पढ़कर माहौल बनाया तो वही अंजली मिश्रा व पूजा कोठियाल ने बेटी बचाओ पे रचना पढ़कर तालियाँ बटौरी, रुड़की से आये महावीर सिंह ‘वीर’ ने मानवीय संवेदना की रचना पढ़कर माहौल बनाया तो भास्कर चतुर्वेदी ने नारी चेतना की रचना पढ़कर भाव विभोर किया ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उत्तराखंड के जाने माने समाजसेवक डॉक्टर एस फारुक जी रहे व वरिष्ठ कवि अमर देव बहुगुणा , कवयित्री बीना बेंजवाल व कविता बिष्ट भी उपस्थित रहें । बुलंदी मंच ने अब तक 6 कार्यक्रम करवाकर 200 से अधिक रचनाकारों को मंच दिया साथ – साथ दर्जनों ऐसे कलमकारों को मंच दिया जिन्होंने अपने जीवन का पहला मंच बुलंदी से पढ़ा l
संस्था के संस्थापक बादल बाजपुरी एक लंबे अरसे से साहित्य को समर्पित है और साहित्यिक दुनिया मे अपनी एक अलग पहचान रखते हैं l
बादल बाज़पुरी ने बुलंदी साहित्यिक संस्था नवोदित कलमकारों के उत्थान के लिये बनाई है जिसके माध्यम से वो साहित्य लेखन करने वाले नवोदित कलमकारों को निःस्वार्थ भावना से मंच प्रदान कर रहे हैं l और उत्तराखंड की प्रतिभाओं को बढ़ावा दे रहे हैं l