पंजाब सरकार ने शुक्रवार को खनौरी बॉर्डर पर जान गंवाने वाले किसान शुभकरण के परिवार को एक करोड़ रुपये और बहन को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खुद इसकी जानकारी साझा की। बीते बुधवार को खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण की किसान आंदोलन के दौरान रबड़ की गोली लगने से मौत हो गई थी।

मुख्यमंत्री ने हरियाणा की सीमा पर चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए इस शहीद के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने दोहराया कि राज्य सरकार दुख की इस घड़ी में परिवार के साथ खड़ी है और परिवार को संकट से बाहर निकालने में कोई कमी नहीं छोड़ेगी। सीएम भगवंत सिंह मान ने परिवार की आर्थिक और सामाजिक दोनों तरह से पूरी मदद और समर्थन देने का आश्वासन दिया।युवक अपने परिवार में इकलौता कमाने वाला था।

राज्य सरकार युवा शुभकरण की मौत के आरोपी की जांच कर रही है। युवा किसान के हत्यारों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए सरकार वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस युवक की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी। भगवंत सिंह मान ने अफसोस जताया कि शुभकरण को नफरत के साथ चलाई गई गोली का शिकार बनाया गया, इस जघन्य अपराध के लिए जिम्मेदार व्यक्ति के साथ किसी भी तरह की नरमी नहीं होगी और उन्हें अपराध के अनुसार सजा दी जाएगी। सीएम ने कहा जैसे ही जांच पूरी होती है, आरोपी के खिलाफ पंजाब पुलिस एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करेगी।

शुभकरण की मौत पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने पटियाला में मीडिया से बातचीत में कहा कि पंजाब सरकार पहले इस मामले में हत्या यानी आईपीसी की धारा-302 के तहत केस दर्ज करे। पंजाब सरकार ने हरियाणा पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। पंधेर ने कहा पंजाब की सरहद में घुसकर ड्रोन से शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे किसानों पर हमला किया जा रहा है। बॉर्डर पर आंसू गैस के गोले और रबड़ की गोलियों से अब तक 170 से अधिक किसान घायल हो चुके हैं। इस पर पंजाब सरकार सख्त रवैया अपनाने को कहा है।