पहाड़ों पर हो रही बारिश और इससे होने वाली जान-माल की हानि का सिलसिला जारी है। हालांकि मंगलवार को मौसम ने कुछ राहत दी तो लोगों ने राहत की सांस ली। वहीं आज बुधवार को भी मौसम कई इलाकों में मौसम साफ बना हुआ है और कई इलाकों में धूप खिली। लेकिन खतरा अभी कम नहीं हुआ है। उत्तराखंड में अगले 4 दिनों तक बारिश का येलो अलर्ट है।

मौसम साफ होने से राहत 

उत्तराखंड में इस बार मानसून आफत बनकर बरस रहा है। कहीं बादल फटने की घटना तो कहीं सड़क धसने की तो कहीं मकानो के अंदर मलबा आने की खबर आम सी हो गई है। लेकिन भारी बारिश और भूस्खलन के बीच आज मौसम साफ होने से लोगों को थोड़ी राहत मिली है। वहीं नदियों का जलस्तर अभी भी बढ़ा हुआ है। राजमार्ग की बात करें तो भूस्खलन की वजह से ये भी बाधित हैं।

सबसे ज्यादा बारिश देहरादून जिले में

प्रदेशभर में सबसे ज्यादा बारिश देहरादून जिले में हुई है। राजधानी में हुई बारिश ने दूसरी बार 72 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। सहस्रधारा में 251 एमएम बारिश हुई। नौ अगस्त को भी सहस्रधारा में इतनी ही बारिश दर्ज की गई थी। जबकि, इससे पहले साल 1952 में 22 अगस्त को 332.2 एमएम बारिश हुई थी, जो अब तक का रिकॉर्ड है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है सहस्रधारा का अधिकतर हिस्सा वनों से घिरा हुआ है। इस इलाके में बारिश ज्यादा होने की वजह एक यह भी है। केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा, आने वाले दिनों में भी इस इलाके में अधिक बारिश होने की संभावना है।